फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) ग्राम पंचायत स्तर से पास होने वाले प्रस्तावों को अफसर नजर अंदाज कर देते हैं। इस कारण ग्राम पंचायत का अस्तिथित्व खतरे में हैं। इसकी शिकायत प्रधान ने मुख्यमंत्री और डीएम को भेजी है। इसमें अफसरों को प्रशिक्षण दिए जाने की मांग की है।
ग्राम पंचायत गुतासी के प्रधान आशीष मिश्रा ने मुख्यमंत्री व डीएम को भेजी शिकायत में कहा कि भारत के लोकतांत्रिक में ग्राम प्रधान एक सेसा जनप्रतिनिधि होता है जो ग्रामीण जनता के बीच अधिकतर समय देता है। इसीलिए 73वॉ संशोधन कर ग्राम पंचायत को और अधिक शक्तियां प्रदान की गई। मैने पूरी ईनामदारी और निष्ठा से जनता की सेवा की और गांव के वो गुणवत्तापूर्ण कार्य कराए जो जिले की अन्य ग्राम पंचायतों में नहीं मिलेंगे। जो काम कराए है, उसकी जांच करा ली जाए। शिक्षा विभाग, ग्राम विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग और पूर्ति विभाग पंचायतीराज अधिनियम की व्यवस्थाओं का पालन नहीं करते हैं। इस कारण इन विभागों के अफसरों को इस अधिनियम की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। गांव को प्रदेश का नंबर एक ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी ग्राम पंचायत से पास होने वाले प्रस्तावों पर कोई ध्यान नहीं देते हैं। वह प्रस्तावों को एक किनारे रख देते हैं। जिस कारण कोई काम नही हो पा रहा है। प्रधान ने इस समस्या का निराकरण किए जाने की मांग की है।