फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) जनसहभागिता योजना के तहत गोशाला से पालने के लिए ग्रामीणों को दिए गए 208 गोवंशों का सत्यापन कराया जाएगा। गोवंशों की क्या स्थिति है, इसकी रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराने का आदेश जिलाधिकारी ने नोडल को दिया है। गोशाला में कई गोवंशों की ईयर टैगिंग न मिलने पर डीएम ने सचिव और नोडल अधिकारी से नाराजगी जताई।
जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने गुरुवार को राजेपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव खंडौली में स्थित गोशाला का निरीक्षण किया। उनको गोशाला में 354 गोवंश बताए गए। गोशाला में गोवंशों के लिए भूसा, दाना, हरा चारा, नमक, मिनरल पाउडर पर्याप्त मात्रा में होने की गोपालक ने जानकारी दी। प्रधान ने बताया कि गोवंशों के लिए ग्रामीणों ने 222 क्वुंतल भूसा दान में दिया है। वहीं गोशाला की गोदाम में चार सौ क्वुंतल भूसा पहले से रखा हुआ है। इससे भूसा की कोई कमी नहीं है। दान में जो भूसा मिला है, उसको अलम सुरक्षित रखवा दिया गया है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि एक साल में जन सहभागिता योजना के तहत गोशाला से 208 गोवंशों को पालने के लिए ग्रामीणों को दिया गया है। डीएम ने कहा कि जो गोवंश पालने के लिए ग्रामीणों को दिए गए। वह गोवंश ग्रामीणों के पास है या नहीं, इसके लिए सत्यापन कराया जाए। सत्यापन रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराने का आदेश नोडल अधिकारी को दिया। गोशाला में 20 से 25 गोवंश ऐसे मिले, जिनका ईयर टैगिंग नहीं कराया गया। यह देख कर डीएम ने नाराजगी जताई और जल्द से जल्द ईयर टैगिंग कराने के निर्देश दिए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी है। डीएम को निरीक्षण के दौरान गोपालक मुरारी, रक्षपाल, गुलाब सिंह, नरेश अनुपस्थित मिले।