फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच में ऐसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं जिससे लोगों का ध्यान पूरी तरह से हट गया है लेकिन यह स्वास्थ्य समस्याएं हर साल लाखों लोगों की जान लेती हैं। ऐसी ही एक बीमारी है हाइपरटेंशन जिसके बारे में सही समय पर अगर ध्यान न दिया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० अवनींद्र कुमार ने सिविल अस्पताल लिंजीगंज में विश्व हाइपरटेंशन दिवस के शुभारंभ के दौरान कहीं। उन्होंने मौके पर अपना रक्तचाप परीक्षण करा कर शिविर का निरीक्षण किया l
सीएमओ ने कहा कि हर पाँच में से एक व्यक्ति को हाइपरटेंशन की समस्या होती है लेकिन उन्हें न तो उसके लक्षण के बारे में पता होता है और न ही वह इसके प्रति सतर्क रहते हैं। इस दौरान सीएमओ आफिस से स्टेनो सत्यवीर, अर्श काउंसलर ज्योति गुप्ता, लैब टेक्नीशियन अंकित रहे l
गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि गलत संगत और खराब जीवनशैली के कारण आज का युवा हाइपरटेंशन से ग्रसित हो रहा है, इससे बचने के लिए हमें अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचे रहने के लिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर को चेक कराएं। इस दौरान जिन व्यक्तियों का ब्लड प्रेशर 140/90 आ रहा है, उन्हें बिना देर किए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने बताया की बुधवार को जिले के सभी 7सीएचसी, 27 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सिविल अस्पताल लिंजीगंज, डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय, 6 नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों सहित 164 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया गया l इस दौरान 30 वर्ष से ऊपर के लोगों की उच्च रक्तचाप और मधुमेह की जांच के साथ हीलोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुक किया गया l
ब्लॉक कायमगंज के ग्राम परिउली की रहने वाली 40 वर्षीय अलका ने बताया कि मुझे काफी दिनों से बेचैनी महसूस होती थी और नींद नहीं आती तो आज अस्पताल में जांच कराने पर मेरा बीपी 190/90 निकला l डॉक्टर साहब ने मुझे दवा दी साथ ही व्यायाम करने को कहा और मानसिक तनाव न पालने की सलाह दी l
सीएचसी कायमगंज में 105 की ओपीडी में 8 उच्च रक्तचाप के और 1 मरीज डायबिटीज से ग्रसित निकला तो सिविल अस्पताल लिंजीगंज में 40 की ओपीडी में 5 उच्च रक्तचाप के तो 2 मरीज डायबिटीज के मिले जिनको उचित दवा और सलाह दी गई l
यह लक्षण दिखें तो लें चिकित्सकीय परामर्श
सिरदर्द।
थकान या भ्रम।
देखने में समस्या महसूस होना।
सीने में दर्द।
सांस लेने मे तकलीफ होना।
अनियमित रूप से दिल की धड़कन बढ़ना।
यूरिन में ब्लड दिखना।