फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) देवर्षि नारद जी की जयंती पर कलमकार भवन में रविवार को विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय कवि डॉ. शिव ओम अंबर ने दीप प्रज्जवलित कर गोष्ठी का शुभारंभ किया। सभी लोगों ने देवर्षि नारद के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्पण किया गया।
गोष्ठी में राष्ट्रीय कवि डॉ. शिवओम अंबर ने किा कि देवर्षि नारद ब्रह्माजी के दसवें मानस पुत्र थे। उन्होंने रचना पढ़ी कि हादसे इतने ज्यादा थे कि खून से भी समाचार निकल सकते थे। जो कल को आकार दे सके कलाकार,वह जो कल को प्रकाशित कर सके, पत्रकार वह है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिष्ठा ही हमारी कलम है। हमे कलम के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए। हम घनी अंधेरी रात में कलम से दीपक जला सके,अभी हमारी पत्रकारिता सार्थक है। उन्होंने रचना पढ़ी, या बदचलन हवाओं का रुख मोड़ देगे हम, या खुद को वाणी पुत्र कहना छोड़ देगे हम, जिस दिन भी हिचकिचाएंगे लिखने में हकीकत,कागज को फाड़ देगे कलम को तोड़ देंगे हम। प्रभात अवस्थी ने कहा कि साहित्य व पत्रकार समाज के आइने होते हैं। उन्होंने देवर्षि नारद को नमन किया। इस दौरान संजय गर्ग, विनय सिंह, सर्वेंद्र कुमार अवस्थी, राजेश निराला, ओमप्रकाश शुक्ला आदि रहे|