फर्रुखाबाद: सुप्रीम कोर्ट की ओर से 13 मई को रोक लगा दिए जाने के बावजूद जनपद में खतरनाक कीटनाशक इन्डोसल्फान की बिक्री धडल्ले से जारी है| वो भी मनमानी दरों पर। कई दुकानदार तो मूल्य से तीन गुना तक दाम वसूल रहे हैं। इसके सब्जी, फल व अनाज में इस्तेमाल से जनस्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। यह एक तरह का धीमा जहर है। इसकी वजह से किडनी और लीवर से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही है। आंतों में संक्रमण बढ़ रहा है। यह कैंसर का भी कारण बन सकता है। मिट्टी-पानी जहरीला हो रहा है, वो अलग। यह कीटनाशक मार्केट में ये 100 ग्राम से लेकर पांच किलोग्राम या पांच लीटर तक की पैकिंग में उपलब्ध है। इंडोसल्फान आमतौर पर बीज की दुकानों पर उपलब्ध है। यह कैमीनोब, पेस्टीसाइड्स इंडिया, बायर, रैलीज व मेरठ एग्रो आदि कंपनियों के नाम से बिक रहा है। बाजार में दुकानों पर ये 250 रुपये लीटर या 300 रुपये किलोग्राम की दर से बिक रहा है।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी वीबी द्विवेदी ने बताया कि अभी तक इस सम्बन्ध में शासन से कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं| उनहोंने बताया कि नित्देशों का अनुपालन कराया जाएगा|