प्रयागराज: बिना पुनर्परीक्षा वर्ष 2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा संपन्न कराकर 30 वर्ष का रिकार्ड तोड़ने के बाद यूपी बोर्ड अब परिणाम घोषित करने के मामले में सौ वर्ष का रिकार्ड तोड़ देगा। बोर्ड के सौ वर्ष के इतिहास में इससे पहले कभी इतने कम समय में परिणाम घोषित नहीं किया जा सका है।25 अप्रैल को यह नया रिकार्ड बनाने की तैयारी यूपी बोर्ड ने सकुशल परीक्षा संपन्न कराने के साथ ही शुरू कर दी थी। यूपी बोर्ड की स्थापना 1921 में हुई थी और वर्ष 1923 में पहली बार बोर्ड परीक्षा कराई गई। 2023 की परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 5885745 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।इस बार बोर्ड की टीम ने योगी आदित्यनाथ सरकार की प्राथमिकता पर नकल विहीन परीक्षा कराने पर विशेष जोर दिया। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने परीक्षा शुरू होने से पहले और परीक्षा के दौरान कई बार वर्चुअल मीटिंग कर नकल विहीन परीक्षा कराने के निर्देश दिए। बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षकों के माध्यम से टीम लगाकर रात-रात भर स्ट्रांग रूमों की निगरानी कराई। इससे कहीं प्रश्नपत्र आउट होने की शिकायत नहीं आई। इसी के साथ पिछले 30 वर्ष में 2023 की परीक्षा बिना पुनर्परीक्षा के संपन्न हुई।