फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) फर्जी तरीके से15 अपात्रों को पीएम आवास देंने के मामले में शिकायत मिलने पर सचिव को पूर्व में ही निलंबित कर बीडीओ को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया| अब जब एसडीएम नें मामले में मौके जाकर जाँच की तो पाया की शस्त्र लाइसेंस धारकों को भी आवास आवंटित कर दिये गये| अब सरकारी धन के दुरपयोग करनें के में रिकबरी करनें और सचिव व बीडीओ के खिलाफ सख्त कठोरतम कार्यवाही की सिफारिश एसडीएम पदम् सिंह नें डीएम को भेजी जाँच रिपोर्ट में की है|
दरअसल सम्पूर्ण समाधान दिवस में गूजरपुर पमारान निवासी रणजीत पुत्र शिशुपाल नें शिकायत की थी| जिसमे कहा था की ग्रामीण आवास आवंटन में धांधली कर शस्त्र लाइसेंस धारकों को भी आवास दिये गये है| शिकायत मिलने के बाद डीएम नें टीम गठित कर जाँच करायी तो दोषी पाए जानें पर सचिव प्रदीप दीक्षि को निलंबित कर दिया था| इसके साथ ही खंड विकास अधिकारी कौशल कुमार गुप्ता को कारण बतायो नोटिस जारी किया गया था| एसडीएम पदम् सिंह नें जाँच की तो प्रधान व सचिव की मिलीभगत से अपात्रों को आवास दिये पाये गये। 5 ग्रामीणों के पक्के मकान व शस्त्र लाइसेंस पाए गये। जिसमें अनीता पत्नी श्यामवीर, निधि पत्नी रामसनेही, सुमन पत्नी सियाराम, सुधा पत्नी प्रकाश के पक्के मकान पाए गये , वही शीशराम व संतराम के पास शस्त्र लाइसेंस भी मिला ।
जाँच पूरी होनें के बाद एसडीएम अमृतपुर पदम् सिंह नें रिपोर्ट बनाकर डीएम को सौंप दी| जिसमे कहा कि खंड विकास अधिकारी द्वारा स्वयं स्थलीय निरीक्षण नही किया गया और ना ही अधीनस्थ को मौके पर भेजा गया| लिहाजा सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया| एसडीएम नें बीडीओ के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की संस्तुति की है| इसके साथ रिकबरी की सिफारिश की गयी है|
अन्य गांवों में भी होगी पीएम आवास की जाँच
पीएम आवास योजना में गुजरपुर पमारान में पाये गये अपात्रों को आवास दिये जानें की पुष्टि होनें के बाद एसडीएम नें डीएम को अन्य गाँवो में भी पीएम आवासों का स्थालीय निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारियों से कराये जानें की भी सिफारिश की है| यदि अन्य गांवों में भी जाँच हुई तो और कई के गले भी फंसनें की सम्भावना है|
एसडीएम पदम् सिंह नें जेएनआई को बताया कि जाँच रिपोर्ट में खामियां मिलीं है| जाँच आख्या डीएम को भेजी गयी है| अन्य गांवों में पीएम आवास की जाँच करानें की भी संस्तुति की गयी है|