‘नवधा’ के भक्ति रस गीतों की वही वयार

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद :(नगर संवाददाता) जिला प्रशासन व संस्कार भारती इकाई के सहयोग से लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान लखनऊ संस्कृति विभाग, उ०प्र० द्वारा आयोजित ‘नवधा’ भक्ति रस पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
रविवार को शहर प्राचीन कालीन गुरूगांव देवी मंदिर में ‘नवधा’ भक्ति रस गीत कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद मुकेश राजपूत ने मंगला माता का पूजन व आरती कर किया । उन्होंने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है संस्कार भारती कला संगीत साहित्य से जन जन में संस्कार रोपित कर रही है उत्तर प्रदेश सरकार कला साहित्य और संगीत के लिए बहुत से कार्य कर रही है कलाकरों को प्रोत्साहित करना सरकार का उद्देश्य है। लखनऊ से आईं मंजू नारायण ने ‘रथियां धीरे-धीरे हांका,मोर भवानी नैया हुई गई मोर-मोर पुरानी धीरे धीरे। स्थानीय लोक गायिका आस्तिकी मिश्रा ने ‘ मईया दियना बार, हमारे अंगना,हमारे अंगना हमारे अंगना रे,पड़े चरना । स्नेह सक्सेना,मंजू शर्मा, गीता सक्सेना आदि ने देवी गीतों की प्रस्तुति दी । कार्यक्रम में जय माता दी, सांचे दरबार की जय, महामाई की जय, के जयकारों की गूंज से भक्ति रस से सराबोर दिखा । ढोलक पर थाप योगेश पाण्डेय,आर्गंन चंद्रेश पाण्डेय,पैड वादन विवेक कुमार,हार्मोनियमा पर बबलू रहे ।
कार्यक्रम में प्रांतीय महामंत्री सुरेंद्र पाण्डेय, अध्यक्ष दीपक रंजन सक्सेना,सचिव अरविंद दीक्षित, संयोजिका नेहा सक्सेना,रजनी लौंगवाणी,आदेश अवस्थी, अनिता द्विवेदी, स्वदेश दुबे, शमरेंद्र शुक्ल, आदेश अवस्थी, अर्पण शाक्य दिलीप कश्यप,अनुभव सारस्वत, प्रीति गुप्ता,अमित सक्सेना, चित्रा अग्निहोत्री रहे|