फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो ) आलू की खेती का रकबा और बंपर पैदावार होने से उसकी कीमतें रसातल को पहुंच गई हैं। आलू का मूल्य लागत से बहुत नीचे जा चुका है। फसल की खुदाई के बजाए खेत में छोड़ देने की नौबत तक आ गई है।
फर्रुखाबाद के आलू किसान सुरेश कटियार ने बताया कि आलू खेती की लागत किसी भी हाल में 500 रूपये क्विंटल से कम नहीं है। इसके अलावा आलू की खुदाई, भराई, छंटाई, बारदाना (बोरा) और भाड़ा खर्च मिलाकर 200 रुपये क्विंटल का अतिरिक्त खर्च है। बाजार में कीमतें इससे नीचे जा रही हैं। जिससे आलू किसान काफी समस्या में हैं| आलू की कीमत कम होनें से किसान अपनी लागत नही निकाल पा रहा है| वहीं उसके सिर पर कर्ज का बोझ भी बढ़ गया है|
शनिवार को आलू का भाव
शनिवार आलू मंडी सातनपुर फर्रुखाबाद में आलू आमद बढ़ी, लगभग 45 से 50 ट्रक आलू आवक रही , भाव सामान्य गड्ड आलू 311 से 401 रुपए कुंतल , सामान्य छट्टा आलू 441 से 501 रुपए कुंतल , छट्टा सुपर एक्सट्रा 551 से 651 रुपए कुंतल में ज्यादातर बिक्री हुई है| वहीं खरीददारी भी सुस्त रही ।