डेस्क: वसा युक्त आहार से होने वाले बीमारियों से हम सभी परिचित हैं। ऐसे लोगों में अतिवसारक्तता (हाइपरलिपीडेमिया) का शिकार होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। हाइपरलिपिडेमिया से हृदयाघात से लेकर कैंसर तक हो सकता है। हाइपरलिपिडेमिक स्थिति में पहुंच चुके लोग अपने आहार में विटामिन सी को भी शामिल करें तो वे हाइपरिलिपिडेमिया के दुष्प्रभावों जिनमें हृदयाघात, उच्चरक्तचाप, स्ट्रोक और मोटापे से बच सकते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जैव रसायन विभाग के प्रोफेसर और डीन रिसर्च डा. एसआइ रिजवी का अपने अध्ययन यह दावा किया है।शोध इंटरनेशनल जर्नल आफ क्लीनिकल बायोकेमिस्ट्री में प्रकाशित हुआ है।
-वसायुक्त भोजन करने वाले लोगों पर मंडराता है हाइपरलिपिडेमिया का खतरा
अपने शोध में प्रो. एसआइ रिजवी दावा करते हैं कि विटामिन सी हाइपरलिपिडेमिया की स्थितियों में चिकित्सकीय गुण प्रदर्शित करती हैं। विभिन्न अध्ययनों में विटामिन सी के एंटीआक्सीडेंट, कैंसर रोधी और बुढ़ापा रोधी गुण मिले हैं पर विटामिन सी के एंटी-हाइपरलिपिडेमिक गुण का पूरी तरह से अध्ययन नहीं किया गया है।हाइपरलिपिडेमिया की स्थिति में विटामिन सी का प्रयोग के प्रभाव का पता लगाने के लिए चूहों पर अध्ययन किया गया। चूहों को उच्च वसा वाला आहार देकर हाइपरलिपिडेमिक बनाया गया। जिन समूहों को वसा युक्त आहार के साथ विटामिन सी सप्लीमेंट दिया गया, उनमें हाइपरलिपिडेमिया के दुष्प्रभाव कम मिले। प्रो. रिजवी ने कहा कि विटामिन सी लिपिडेमिक तनाव से बचाने में उपयोगी हो सकता है।
हाइपरलिपिडिमिया क्या है
ऐसी स्थिति, जिसमें रक्त में वसा के कणों (लिपिड) का स्तर बढ़ जाता है। ये पदार्थ रक्त वाहिनियों की दीवारों में जमा हो सकते हैं और रक्त प्रवाह को सीमित कर सकते हैं। इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा पैदा होता है। हाइपरलिपिडेमिया हृदय रोग, स्ट्रोक, कैंसर, एथेरोस्क्लेरोसिस और अन्य चयापचय संबंधी विकारों के मुख्य कारणों में से एक है। वहीं एथेरोस्कलेरोसिस की स्थिति में धमनी की दीवारों के ऊपर और अंदर वसा, कोलेस्ट्राल और अन्य पदार्थों का जमाव के कारण होता है।इससे धमनियों में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। हृदयाघात, स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है।
इनमें भरपूर मिलता है विटामिन सी
सब्जियों में टमाटर, ब्रोकली, आंवला, नींबू शामिल हैं। आंवला में तो करीब 600 मिग्रा विटामिन सी होता है। इसके अलावा संतरा,अमरुद, आम, पपीता, अनानास, स्ट्राबेरी, कीवी में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलता है।