फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) अपराध की दुनिया में कदम रखनें वालों को असल जिन्दगी का अहसास तब होता है जब वह अपराध कर चुके होते है| जेल की सलाखों के पीछे जिन्दगी कटनें लगती है| इसी दुनिया में कुछ कम उम्र के लोग भी प्रवेश कर जाते हैं| इन भटके हुए लोगों को जेल में सुधरने का एक मौका दिया जाता है| इसी तरह का एक वाक्य जिला जेल फतेहगढ़ में नजर आया| जहाँ साक्षर बनने के इच्छुक कैदियों को पूरा इंतजाम है| उन्हें हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में बैठनें का अवसर भी मिल रहा है|
दरअसल जिला कारागार में 12 अगस्त 2020 से कोतवाली फतेहगढ़ के कठेरियन नगला निवासी बंदी चंदन पुत्र पप्पू पास्को एक्ट के मामले में निरुद्ध है| शनिवार को जब यूपी बोर्ड की परीक्षा का परिणाम आया तो आम जनमानस में अपने-अपने नौनिहालों के परीक्षा में पास करनें में घरों व शिक्षा संस्थानों में मिष्ठान का वितरण किया गया| लेकिन जिला जेल फतेहगढ़ में भी बंद चंदन नें इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली| जिससे जेल में बंद बंदी चंदन के साथी तो खुशी से झूमे ही साथ ही जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद व प्रभारी जेलर शैलेश सोनकर नें भी मिष्ठान खिलाकर उसका हौसला बढ़ाया| जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदी की सफलता में शिक्षक प्रशांत कटियार व जेल प्रशिक्षक रामकुमार की भूमिका प्रमुख रही है| उसके 500 से 205 अंक हासिल किये|