अगली सीजन ईंट भट्टे ना चलानें पर बनी सहमती

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) ईंट निर्माण पर जीएसटी पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 करने, एक प्रतिशत के स्थान पर छह प्रतिशत करने तथा कोयले की लगातार बढ़ती कीमतों के विरोध में ईंट निर्माता समिति ने अगले साल भट्ठे नहीं चलाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि कच्चे माल पर बढ़ती महंगाई और भारी भरकम सरकारी टैक्स के चलते भट्ठे चलाना संभव नहीं रह गया है।
शनिवार को शहर के अग्रवाल सभा भवन में उप्र ईंट निर्माता समिति के निर्देश पर ईंट निर्माता संघ के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया| जिसमे जीएचटी व कोयले की बढती कीमतों के चलते आगामी सीजन में अनिश्चित कालीन  हड़ताल करनें का निर्णय लिया गया|  बैठक में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश ईंट भट्टा निर्माता समिति के उपाध्यक्ष कुमुदेश चन्द्र यादव ने कहा कि उप्र ईंट निर्माता समिति के आह्वान पर सभी भट्टा संचालक आगामी सीजन में अपने ईट भट्ठे नहीं चलाएंगे। बार-बार मांग करनें के बाद भी भट्ठा संचालकों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जो जीएसटी एक फीसद थी, वह बढ़ाकर छह फीसद और 12 फीसद कर दी गई है। इससे चलते ग्राहक जीएसटी नहीं दे पा रहे हैं। ईंटों संचालकों का काम बाधित हो रहा है। उधर, कोयला पिछले वर्ष लगभग 10 हजार प्रति टन था, जो आज लगभग 20 हजार रुपये प्रति टन हो गया है। व्यापारी विरोधी नीतियों के कारण ईंट सरकारी कार्यों में प्रतिबंधित हो गई हैं। पहले खड़ंजा व नाली-नालों में ईंट का इस्तेमाल होता था, लेकिन, अब इनमें ईंट का इस्तेमाल नहीं होता है। इन सभी मुद्दों को लेकर उप्र ईंट निर्माता समिति के आह्वान पर आगामी सीजन में ईट भट्टा संचालक अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर रहेंगे।
इस दौरान अध्यक्ष कृष्ण दत्त द्विवेदी, महामंत्री सुग्रीब सिंह गंगवार, कोषाध्यक्ष नारायन प्रसाद अग्रवाल, कृष्ण कुमार रस्तोगी, जितेन्द्र सिंह यादव (सिरोली वाले) महेंद्र सिंह कटियार, विनोद कटियार, बृजेश यादव आदि रहे|