फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिला जेल में शासन के आदेश पर नयी पहल की गयी है| अब जेल में बने लकड़ी के उत्पादों को जेल के बाहर नामचीन शोरूमों में बिक्री हेतु रखा जायेगा | इसको लेकर जेल प्रशासन ने कवायद भी शुरू कर दी है| इसको लेकर सहायक उद्योग आयुक्त ने जेल अधीक्षक के साथ जेल के भीतर निरीक्षण कर बंदियों से वार्ता भी की|
शुक्रवार को सहायक आयुक्त उद्योग सोनाली सिंह ने जेल अधीक्षक भींम सैन मुकुंद के साथ जेल का निरीक्षण किया| उन्होंने कहा कि बंदियों को शासन के आदेश से ओडीओपी योजना के अंतर्गत उद्योग एवं एवं निरुद्ध बंदियों की रुचि अनुसार रोजगार स्थापित करायें जायेंगे| सहायक आयुक्त ने कारागार में पूर्व में ही संचालित मोटर वाइंडिंग , कौशल विकास केंद्र, सिलाई केंद्र, काष्ठ कला प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया| उन्होने महिला बंदियों से साक्षात्कार कर उनकी मंशा जानी| जिसमे 8 महिला बंदी निर्मला, अनुजा ,सरिता, रूबी , यासमीन आदि का चयन सिलाई के लिए किया गया| इसके साथ ही सहायक उद्योग आयुक्त नें महिला बंदियों को प्रोत्साहित किया गया तथा काष्ठ कला प्रशिक्षण के तहत बंदियों को कुल्लड़ एवं घड़ा बनाने का प्रशिक्षण दिए जाने की कार्य योजना भी पर सहमति बनी| प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक चाक जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से उपलब्ध कराने का भरोसा दिया| उन्होंने कास्ट एवं लौह कला के अंतर्गत नमूने के तौर पर बनाए गए गार्डन सोफासेट को देखा एवं गार्डन सोफा सेट की सराहना भी की| जिसे स्थानीय प्रतिष्ठित फर्नीचर शोरूम के माध्यम से बिक्री कराने की भी सहमति दी | उन्होंने कारागार की पाकशाला का भी निरीक्षण किया| कारापाल अखिलेश कुमार, उप कारापाल शैलेश कुमार सोनकर , अखिलेश मिश्रा , मुख्य चीफ विजय बहादुर रहे।