फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) शहर के ठंडी सड़क पर सफाई कर्मचारी नेता के भाई की दुकानें सरकारी पालिका की भूमि पर बनी हैं| लिहाजा उसके तोड़ने के आदेश पूर्व में ही उप जिलाधिकारी ने किये थे| मंगलवार को दुकानें ध्वस्त करनें गयी पालिका की टीम भारी विरोध के आगे बैकफुट पर आ गयी और बैरंग लौट गयी|
बीते 18 अप्रैल 2022 को उपजिलाधिकारी सदर ने सफाई कर्मी नेता हरीओम वाल्मीकि के भाई राधेश्याम निवासी छाबनी के लिए आदेश जारी किये थे| जिसमे कहा था की राधेश्याम लगभग 18 साल से नजूल भूमि पर दुकानों का निर्माण किये है| जिसे 31 अक्तूबर 2020 को अपने भतीजे रवि कुमार पुत्र राधाकृष्ण के नाम बैनामा कर दी| जब मामले की जाँच करायी गयी तो यह सरकारी भूमि 10 (अ) में श्रेणी में दर्ज मिली| ग्राम अल्लानगर बढ़पुर की नान जेड-ए खतौनी पर पट्टी नम्बर का भी उल्लेख है| इसके साथ ही पट्टी पर कोइ मालिक अंकित नही है|
आदेश के मंगलवार को अधिशाषी अधिकारी रविन्द्र कुमार, नायब तहसीलदार हर्षित सिंह, लेखपाल जगपाल मौके पर दुकानें ध्वस्त करनें पंहुचे| उन्हें आया देख भीड़ एकत्रित हो गयी| लेखपाल ने अपने साथ अभद्रता करनें का आरोप लगाया| सफाई कर्मी नेता हरीओम वाल्मीकि ने अपने भाई राधेश्याम के साथ बड़ा विरोध किया| हरिओम ने कहा की पहले लाल दरवाजे से सभी की पैमाइश करें| उसके बाद उनकी पैमाइश कर तोड़ें| विरोध देखकर ईओ अपनी टीम के साथ वापस लौट गये| पुलिस बल भी पर्याप्त मात्रा में नही पंहुचा| ईओ रविन्द्र कुमार नें जेएनआई को बताया की पहले एक टीम गठित की जायेगी| जो जमीन की पैमाइश करेगी| इसके बाद ध्वस्तीकरण का कार्य किया जायेगा|