तफ्शीश: इश्कबाजी की पुरानी रंजिश में तो नहीं गयी जान!

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फर्रुखाबाद: हर वारदात या क़त्ल के पीछे कोई न कोई तो वजह होती है| पुलिस की तफ्शीश भी जर, जोरू और जमीन को लेकर केन्द्रित हो गयी है| जहाँ तक सवाल आईपीएल में सट्टे बाजी और पांच लाख की रकम को लेकर है  तो इस बात में कोई ख़ास दम नजर नहीं आती| न तो लवी की इतनी हैसियत थी और न ही दोनों पक्षों में कोई सम्बन्ध अच्छे होने की बात स्वीकारता है| जुएँ और सट्टे हमेशा ही अच्छे सम्बन्धो और भरोसे के बीच होता है| लिहाजा लवी के क़त्ल के पीछे आईपीएल मैच में सट्टे में 5 लाख के हारे जाने की बात वकवास ही लगती है| मगर जब तक हत्या का राज खुल नहीं जाता इस बात पर मोहर नहीं लगती|

अब बात बची जोरू यानि हत्या के पीछे किसी महिला के होने का| पुलिस की तफ्शीश में ये बिंदु महत्वपूर्ण हो सकता है| रेलवे रोड स्थित घटनास्थल के आसपास के लोगो के मुताबिक मृतक लवी तिवारी की मौत के पीछे इश्कबाजी का पुराना मामला हो सकता है| दो ढाई साल पहले लवी तिवारी का एक प्रेम प्रसंग चल रहा था| मगर उस “प्रेम “ने पाला बदल लिया और विकास दुबे की जान पर बन आई| चर्चा के मुताबिक उस वक़्त लवी तिवारी ने विकास पर फायरिंग कर दी मगर विकास दुबे बाल बाल बच गया था| हालाँकि इस बात की कोई अधिकारिक पुष्ठी नहीं है| साहबगंज चौराहे पर कानाफूसी में मिली जानकारी के मुताबिक लवी की हत्या के पीछे सबसे बड़ी वजह वही “प्रेम” हो सकता है जिसे विकास लवी के आगोश से उड़ा लाया था| वहीँ लवी की माँ लवी के किसी भी प्रेम प्रसंग के उनकी जानकारी में होने से इंकार करती है| आज नहीं तो कल कातिल भी पकड़ा जायेगा और क़त्ल का राज भी खुलेगा| पुलिस के कई दल मामले के पीछे लग गए हैं|