गंगा में डुबकी के साथ एक माह के तप की पूर्णाहुति

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) माघ मास की पूर्णिमा पर गंगा में पांचाल घाट पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। उगते सूरज को अर्घ्य दिया।  आस-पास के कई जिलो से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे। इस दौरान घाट पर धार्मिक संस्कार भी संपन्न कराए गए।  माघ पूर्णिमा पर गंगा के पावन और शीतल जल में डुबकी लगाकर श्रद्धालुओं ने अपने तन और मन को शुद्ध किया। माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही माघ मास का समापन भी हो गया और करीब एक महीने तक चलने वाले कल्पवास की समाप्ति भी हुई।
दरअसल माघ मेला रामनगरिया के साथ ही साधू-संत कल्पवास भी बीते एक महीने से कर रहें है| जिसका माघ मास की पूर्णिमा को गंगा में डुबकी के साथ समापन भी  हुआ| बीती रात लगभग 8 बजे से ही गंगा में डुबकी लगानें वाले लोग वाहनों से पंहुचना शुरू हो गये थे| जिसके चलते रात में इटावा-बरेली हाई-वे पर जाम लग गया| वाहनों की लम्बी कतारें लगनें से यातायात पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी| अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं नें आस्था की डुबकी लगाना शुरू कर दी| सूर्य की पहली किरण के साथ ही गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ नजर आयी| माघ माह के स्नान को सबसे पवित्र माना जाता है। स्नान के बाद गंगा के तटों पर बैठकर लोगों ने सपरिवार माघ मास की कथा का श्रवण किया। स्नानर्थियों ने गुड़ और तिल से बने पदार्थों का दान भी किया। पुरोहितों को दान दक्षिणा दी।
माघ पूर्णिमा के साथ हुआ माघ मास का समापन
प ० आचार्य सर्वेश कुमार शुक्ल नें बताया कि 16 फरवरी बुधवार को माघ पूर्णिमा के साथ ही पवित्र माघ मास का समापन हो गया। माघ माह में जिन लोगों ने पूरे माह स्नान, दान, तप, मंत्र जप इत्यादि कर्म किए हैं, उनके लिए माघ पूर्णिमा  विशेष दिन होता है। इस दिन वे अपने एक महीने के तप की पूर्णाहुति हुई।  इसके अलावा जिन लोगों ने पूरे माह माघ स्नान नहीं किया है वे भी पूर्णिमा  के एक दिन पवित्र नदियों के जल से स्नान करके अपने शुभ पुण्य कर्मों में वृद्धि कर रहे हैं।