फर्रुखाबाद:(अमृतपुर/राजेपुर संवाददाता) बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश नें एक बार फिर तराई क्षेत्र को मुसीबत की बाढ़ में डूबा दिया है| जिससे ग्रामीणों के रहनें खानें का संकट गहरा गया है| जिससे कटान भी तेज है और बाढ पीड़ित खुद अपना मकान तोड़नें लगे है|
तहसील अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम अल्हादादपुर भटौली में रामगंगा में बाढ़ का पानी अधिक आ जाने से राजेश, नेत्रपाल पुत्र मुंशी, छोटे पुत्र प्यारेलाल, नन्ही पति कृष्णपाल, गुरु देव पुत्र छोटे, ऋषि पाल पुत्र नक्शे, सीताराम पुत्र प्यारेलाल आदि दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों की झोपड़ी राम गंगा में समा गयी है| जिस पर प्रधान जयचंद के द्वारा लेखपाल व उप जिला अधिकारी को सूचित किया गया| कई ग्रामीण अपना मकान तोड़ रहे है| ग्रामीण भईया लाल की 15 वर्षीय पुत्री पार्वती ईंट निकाल रही थी तभी अचानक मिट्टी धसक गयी| जिससे वह नदी में जा गिरी| ग्रामीणों नें कड़ी मसक्कत के बाद उसे बाहर निकाला| ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक कोई जिम्मेदार उनकी हालत देखनें नही आया| उप जिलाधिकारी प्रीति तिवारी ने बताया है कि प्रधान द्वारा सूचना मिली थी जिस पर लेखपाल को भेजकर जांच करा ली है| आगे की कार्यवाही की जा रही है|
गंगा , रामगंगा उफनाई,गांवों में पहुंचा बाढ़ का पानी
बेमौसम हुई बरसात से नदिया उफनाने लगी है।गंगा का जलस्तर 45 सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 136.75 मीटर पर पहुंच गया है।गंगा का चेतावनी विंदु 136.60 मीटर पर दर्ज है। नरौरा बांध से गंगा में 233440 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। रामगंगा का जलस्तर 50 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी विंदु के करीब 136.25 मीटर पर पहुंच गया है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 18834 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।