लखीमपुर खीरी: बीते सात दिन पहले उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसानों के साथ आठ लोगों की मौत के मामले में मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा ‘मोनू’ की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस की सक्रियता और बढ़ गई है। पुलिस अब केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे मोनू को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने के प्रयास में है। पुलिस इसको लेकर सोमवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी अर्जी भी डालेगी।
लखीमपुर खीरी क्राइम ब्रांच की टीम सोमवार को लखीमपुर खीरी की एक कोर्ट में आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की रिमांड के लिए एक आवेदन दायर करेगी। पुलिस का प्रयास इस हिंसा के मामले में हकीकत सामने लाने का है। आशीष मिश्रा को कल रात गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि लखीमपुर खीरी पुलिस ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की हिरासत लेने के लिए आवेदन किया है। हम प्रयास में हैं कि आशीष को कस्टडी में लेकर तीन अक्टूबर की घटना के बारे में पूछताछ करें। आशीष मिश्रा का नाम प्राथमिकी रिपोर्ट में दर्ज है। जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह लखीमपुर खीरी में चार किसानों को कुचलने वाले वाहनों में से एक में था।
लखीमपुर खीरी हिंसा के प्रकरण में करीब सात दिन बाद आशीष मिश्रा के साथ ही अन्य दो की गिरफ्तारी के बाद अब सभी की निगाह पुलिस की अगली कार्रवाई पर है। लोगों का कहना है कि आशीष कई फोन लेकर चलता है। इस केस की जांच कर रही पुलिस टीम ने अभी तक उसके फोन के बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। लखीमपुर खीरी में 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद शनिवार को हत्या के आरोप में आरोपी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मंत्री के बेटे और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए अग्रवाल के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।