फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) आचार्य प्रवर मुरारी बापू की परम्परा को आगे बढाने के उद्देश्य को लेकर आध्यात्मिक आयोजन के बाद साहित्यिक कार्यक्रम कराये जाने की प्रेरणा पर श्री राधे श्याम सेवा संस्थान की ओर से आवास विकास में हुयी श्री मद भागवत कथा के समापन बिंदु पर साहित्यिक अनुष्ठान के रूप में कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया जिसमे जिले के दूर दराज क्षेत्रों से आये साहित्यकारों व कवियों ने भाग लिया |
कथा व्यास आचार्य मनोजानंद अग्निहोत्री ने कहा कि साहित्य सद गुणों की खान है आध्यात्मिक आयोजन तो होते ही हैं उनमे साहित्य जुड़ने से उनका पर उनका प्रभाव कई गुना बड जाता है | उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन और आध्यात्म को साहित्य में समाहित कर लिया जाए तो साहित्य समाज का और भी अधिक सही मार्ग दर्शन कर सकेगा | इस नजरिये से यह आयोजन समाज में दिशा देने वाला काम है |
कवि सम्मलेन में युवा कवि उत्कर्ष अग्निहोत्री, वैभव सोमबंशी, महेश पाल सिंह उपकारी, कमालगंज से आये डॉ निराला राही, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. संतोष पाण्डेय, दिनेश अवस्थी, नलिन श्रीवास्तव, निमिष टंडन, उपकार मणि, प्रीती पवन तिवारी, बबिता पाठक ने काव्य पाठ किया | स्वागत अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल एवं उमाशंकर गुप्ता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया | कार्यक्रम के आयोजक प्रमोद अग्निहोत्री व सुनीता अग्निहोत्री ने सभी का आभार जताया | इस मौके पर कार्यक्रम का संयोजन व संचालन प्रीती पवन तिवारी ने किया | कार्यक्रम में अभिव्यक्ति के संरक्षक संजय गर्ग , मुकेश गुप्ता, संतोष तिवारी, राजेश भाई, नारायण दुबे, रामजी वाजपेयी आदि रहे|