फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीते लगभग दो वर्ष बाद सोमवार को जन्माष्टमी पर सेन्ट्रल जेल में सुन्दर झांकी सजाई गयी| बंदियों के द्वारा सजीव झांकी का प्रदर्शन कर सभी का मन मोह लिया|
बीते लगभग दो वर्ष पूर्व 24 अगस्त 2019 को सेन्ट्रल जेल गेट पर भीड़ झांकी देखनें को एकत्रित हुई| लेकिन कोरोना के कारण जेल के द्वारा नही खोले जा सके| लेकिन तत्कालीन अधीक्षक एसएचएम रिजवी नें जेल गेट पर ही देवी जागरण का कार्यक्रम करा दिया था| जिसका आनन्द लेकर भीड़ लौट गयी| सोमवार को लगभग दो साल बाद पुन: सेन्ट्रल जेल परिसर में एक बार भी ‘नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की’ गूंजा सुबह से ही झांकी की तैयारी तेज हुई और शाम होते-होते बंदियों नें मनमोहक झांकी सजा दी| जिसमे राधाकृष्ण, शंकर जी, दुर्गा जी, कंस, जसोदा के साथ माखन खाते कृष्ण, बलराम, ग्वाल-बाल, सुदामा और मुख्य आकर्षण कारागार में देवकी-बसुदेव की झांकी रही| जिसे सभी ने सराहा|
जिसमे बंदी साहब लाल, ध्रुव तिवारी, गजेन्द्र सिंह आदि के साथ ही जेल बंदी बैंड की टीम उप कारापाल सुरजीत कुमार के निर्देशन में व्यवस्था में लगे रहे| वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला नें बताया कि लगभग दो वर्ष बाद झांकी देखने के जेल के लिए जेल के दरवाजे खोले गये है| बंदियों और कारागार कर्मियों के प्रयास से यह सम्भव हो पाया|