फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) दांतों की सफाई और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए आप रोजाना ब्रश करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ब्रश करने का सही तरीका? जी हां, दांतों की सही देखभाल के लिए उन्हें सही तरीके से ब्रश करना बेहद जरूरी है, वरना आपकी सारी मेहनत दांत में दर्द या अन्य समस्याओं के रूप में बेकार हो सकती है। जानिए दांतों की सफाई का यह तरीका और दांतों सम्बन्धी समस्या का उपाय डॉ० राममनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय के दंत रोग विशेषज्ञ डॉ० श्रेय खंडूजा से-
1 दांतों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि आप खाने के बाद ब्रश करें। लेकिन खाने के ठीक बाद ब्रश न करें, बल्कि कम से कम एक घंटे के बाद ही दांत साफ करें ताकि खाने के बाद बनने वाला एनेमल आपके दांतों पर काम कर सके।
2 सिर्फ सुबह के समय ही नहीं बल्कि रात को भी खाने के एक घंटे बाद या फिर सोते समय ब्रश करें, ताकि बैक्टीरिया मुंह में व दांतों में जमे न रहें, अन्यााा रातभर मजे रहने वाले बैक्टीरिया दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3 ब्रश करते समय अगर आप जल्दबाजी में होते हैं और सिर्फ एक या दो राउंड ब्रश करके कुल्ला कर लेते हैं, तो यह तरीका गलत है। कम से कम 2 मिनट तक ब्रश करें और दांतों की जड़ों यानि मसूड़े की ओर से नीचे की ओर ब्रश को चलाएं जिससे प्लाक साफ हो सके।
3 ब्रश करते समय अगर आप जल्दबाजी में होते हैं और सिर्फ एक या दो राउंड ब्रश करके कुल्ला कर लेते हैं, तो यह तरीका गलत है। कम से कम 2 मिनट तक ब्रश करें और दांतों की जड़ों यानि मसूड़े की ओर से नीचे की ओर ब्रश को चलाएं जिससे प्लाक साफ हो सके।
4 ब्रश करते समय दांतों पर जोर न लगाएं, इससे उनकी जड़ें कमजोर हो सकती है और दांत में दर्द की समस्या भी हो सकती है। हल्के हाथों से ब्रश करें और नर्म ब्रिसल्स वाले ब्रश का उपयोग करें।
5 सप्ताह में एक बार नींबू से दांतों को साफ करें जिससे उनका पीलापन कम हो जाएगा और आपके दांत सफेद और चमकदार नजर आएंगे। इसके अलावा विटामिन सी, दही, सलाद आदि का प्रयोग करते रहें, यह दांतों के लिए फायदेमंद है।
5 सप्ताह में एक बार नींबू से दांतों को साफ करें जिससे उनका पीलापन कम हो जाएगा और आपके दांत सफेद और चमकदार नजर आएंगे। इसके अलावा विटामिन सी, दही, सलाद आदि का प्रयोग करते रहें, यह दांतों के लिए फायदेमंद है।
6. अपना टूथ ब्रश हर तीन महीने में बदल दें| क्योंकि ब्रश पुराना होनें से कड़ा होता और और उसमे तमामबैक्टीरिया पनप जाते है जो दांतों के लिए हानिकारक होता है|
दांतों में झनझनाहट के लिए दें साफ-सफाई पर अधिक ध्यान
आमतौर पर बर्फ का पानी और गर्म कॉफी चाय पीने पर ये ठंडे और गर्म पेय पदार्थ दांतों में बहुत तेजी से लगते हैं जो असहनशील हो जाते हैं, इसे ही दांतों की सेंसिटिविटी या दांतों में ठंडा गर्म लगने की समस्या कहा जाता है। ऐसी स्थिति में दांतों की विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती है और कोई भी खाद्य पदार्थ बहुत सावधानी से खाना पड़ता है। वास्तव में दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या किसी भी उम्र में किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, यदि वह अपने दांतों के प्रति बहुत लापरवाही बरतता हो तो। इसलिए दांतों की सेंसिटिविटी से बचने के लिए दांतों की साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है।
डॉ० श्रेय खंडूजा का कहना है कि सेंसिटिविटी या दांतों में ठंडा गर्म लगने की समस्या से बचना है है तो नमक के पानी से कुल्ला करें| नमक प्राकृतिक रूप से एंटीसेप्टिक गुणों से युक्त होता है जिसके कारण यह मुंह के अंदर मसूढ़ों में सूजन को दूर कर ठंडा गर्म लगने की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इस विलयन को मुंह में लेकर थोड़ी देर तक हिलाते या कुल्ला करते रहें। रोजाना यह क्रिया करने से दांतों की सेंसिटिविटी खत्म हो जाती है।
जानिए किस वजह से होती मसूढ़ों-दांतों में पायरिया
मसूढ़ों की बीमारी की क्या वजहें होती हैं| मसूढ़ों की बीमारी का सबसे प्रमुख कारण है आपके मुंह में सफाई का अभाव होना, जब आप रोजाना ब्रश नहीं कर पाते हैं तो आपके दांतों में प्लाक बनते हैं और उनमें कुछ न कुछ भोजन के टुकड़े फंसे रह जाते हैं| इसके अलावा अगर आप सिगरेट और शराब के शौकीन हैं और तंबाकू का सेवन करते हैं या फिर आपको डायबिटीज है तो ये बीमारी का वजह बनते हैं| इनके अलावा एक और प्रमुख वजह से ये बीमारी आपको परेशान करती है वो है आनुवांशिकता, खानपान में विटामिन-सी और कैल्शियम की कमी भी दांतों के रोग का बड़ा कारण बनते हैं|
क्या है इस बीमारी का इलाज
दांतों की इन बीमारियों से बचने के लिए आपको अपने दांतो की सफाई करनी होगी| इसके अलावा आपको स्पेशलिस्ट की मदद से रूट सर्जरी और अगर बोन लॉस है तो फ्लैप सर्जरी और ग्राफ्टिंग करवाएं| इसके तहत दांत की जड़ की सफाई करने के बाद क्षतिग्रस्त मसूढ़े और हड्डी को सही किया जाता है|
डॉ० श्रेय खंडूजा का कहना है कि सेंसिटिविटी या दांतों में ठंडा गर्म लगने की समस्या से बचना है है तो नमक के पानी से कुल्ला करें| नमक प्राकृतिक रूप से एंटीसेप्टिक गुणों से युक्त होता है जिसके कारण यह मुंह के अंदर मसूढ़ों में सूजन को दूर कर ठंडा गर्म लगने की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इस विलयन को मुंह में लेकर थोड़ी देर तक हिलाते या कुल्ला करते रहें। रोजाना यह क्रिया करने से दांतों की सेंसिटिविटी खत्म हो जाती है।
जानिए किस वजह से होती मसूढ़ों-दांतों में पायरिया
मसूढ़ों की बीमारी की क्या वजहें होती हैं| मसूढ़ों की बीमारी का सबसे प्रमुख कारण है आपके मुंह में सफाई का अभाव होना, जब आप रोजाना ब्रश नहीं कर पाते हैं तो आपके दांतों में प्लाक बनते हैं और उनमें कुछ न कुछ भोजन के टुकड़े फंसे रह जाते हैं| इसके अलावा अगर आप सिगरेट और शराब के शौकीन हैं और तंबाकू का सेवन करते हैं या फिर आपको डायबिटीज है तो ये बीमारी का वजह बनते हैं| इनके अलावा एक और प्रमुख वजह से ये बीमारी आपको परेशान करती है वो है आनुवांशिकता, खानपान में विटामिन-सी और कैल्शियम की कमी भी दांतों के रोग का बड़ा कारण बनते हैं|
क्या है इस बीमारी का इलाज
दांतों की इन बीमारियों से बचने के लिए आपको अपने दांतो की सफाई करनी होगी| इसके अलावा आपको स्पेशलिस्ट की मदद से रूट सर्जरी और अगर बोन लॉस है तो फ्लैप सर्जरी और ग्राफ्टिंग करवाएं| इसके तहत दांत की जड़ की सफाई करने के बाद क्षतिग्रस्त मसूढ़े और हड्डी को सही किया जाता है|