फर्रुखाबाद:(अमृतपुर/राजेपुर संवाददाता) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर बृहस्पतिवार को सपाइयों ने तहसील पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख चुनाव में भाजपा पर धांधली करने का आरोप लगाते हुए जांच कराने, बढ़ती महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं से दुर्व्यवहार पर रोक लगाने व नए कृषि कानूनों को लागू न करने की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान सपाईयों की पुलिस से तीखी झड़प हुई|
सपा नेता डॉ० जितेन्द्र यादव के नेतृत्व में आयोजित किये गये धरना प्रदर्शन में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सपा ब्लाक प्रमुख के प्रत्याशी का नामांकन खारिज करा दिया गया सपा के लोगों को नामांकन तक नही खरीदनें दिया गया| आगामी विधान सभा चुनाव में जनता इसका जबाब देगी| सपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हो रहा है, भाजपा वादे पूरे नहीं कर रही है| विकास नहीं हो रहा है| हिंदू-मुस्लिम बांटने का प्रयास किया जा रहा है| पुरानी तहसील इ धरना प्रदर्शन के बाद सपा नेताओं नें एसडीएम नरेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा|
जिसमे कहा कि कहा की प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यंत गंभीर है। हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार की घटनाएं रोज हो रही हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार इस पर नियंत्रण कर पाने में विफल है। देश में रोजी-रोजगार नहीं है। किसानों का बुरा हाल है। डीजल-पेट्रोल, गैस व खाने-पीने के आसमान छूते भाव व बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त है। सपा की मांग है किसानों पर थोपे गए तीनों कृषि कानून को तत्काल वापस लिया जाए।
पुलिस द्वारा जगह-जगह रोंके जाने पर सपाईयों की तीखी नोकझोंक हुई| कई सपाई धोड़ों पर सबार होकर पंहुचे| पुलिस नें जीपें सड़क पर खड़ी कर दी| जिसके बाद तहसील गेट पर सपाईयों को पुलिस नें रोंक दिया और केबल 5 को ही ज्ञापन देनें के लिए भेजा| यहाँ भी पुलिस से कहा-सुनी हुई| सपाईयों नें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही किया और मास्क भी नही लगाया|
सह संयोजक सचिन देव तिवारी, विधानसभा अध्यक्ष भोला यादव, सन्तोष यादव, संजय सोमवंशी आदि रहे|