फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बैंकों के निजीकरण के विरोध में हड़ताल के दूसरे दिन बैंक कर्मी गुस्से में दिखे| पहले उन्होंने सरकार को कोसा उसके बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| बैंक कर्मियों नें नारेबाजी की तो उन्होंने कहा कि जो हिटलर की चाल चलेगा वह कुत्ते की मौत मरेगा|
फतेहगढ़ चौराहा स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने दर्जनों बैंक कर्मी एकत्रित हुए| जिन्होनें अपने भाषण में सरकार को कोसा और सरकार की गलत निति का विरोध किया| यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के मंत्री केदार शाह नें कहा कि बैंको का निजीकरण जनता के साथ धोखा है| निजीकरण किसी भी कीमत पर बर्दास्त नही किया जायेगा| उन्होंने सरकार से अपना निर्णय वापस लेनें की उम्मीद की| बैंक कर्मियों नें बैंक ऑफ इंडिया से फतेहगढ़ मुख्य मार्गो पर जुलूस निकाल कर नारेबाजी की|
बैंक रहीं बंद एटीएम के सहारे रहे लोग
बैंक बंद होने का मंगलवार को दूसरा दिन है| जिसके चलते पैसे का लेन-देन प्रभावित है| ग्राहकों को बैंको का कोई विकल्प ना होंने से केबल एटीएम का सहारा लेना पड़ रहा है| सर्वाधिक दिक्कत अधिक धनराशि जमा करनें और निकालनें वाले लोगों पर आ रहा है| बीते दो दिन से लोग परेशान है|
जिले में लगभग 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
दो दिन की हड़ताल से बैंको में ताले पड़े होनें से कारोबार को खासा चूना लगा है| बैंक कर्मियों की हड़ताल से लगभग जिले में 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है|
इस दौरान उमेश चन्द्र गुप्ता, राममहेश, रामजी, पुष्पेन्द्र सिंह, आदित्य प्रताप,प्रतीक सक्सेना, रवि कुमार, अनुज द्विवेदी, वीरेंद्र कुमार आदि बैंक कर्मी रहे|