फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) आरक्षण का इंतजार अब देवदारों को भारी पड़ रहा है| जिससे पंचायत चुनाव के दावेदार ठीक नें अपनी राजनैतिक गोट भी नही बिछा पा रहें है| मतदाताओं से मिलना और उन्हें लुभाने का क्रम लगातार चल रहा है| वही कुछ दावेदार जिला पंचायत सदस्य के चुनाव से लेकर अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाने की जुगत में लगे हैं| जिसमे भाजपा नेता राहुल राजपूत और भाजपा प्रदेश मंत्री प्रांशु दत्त द्विवेदी का नाम खासा चर्चा में हैं|
दरअसल सांसद मुकेश राजपूत और उनकी पत्नी सौभाग्यवती राजपूत जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर काबिज रह चुके है| जिससे उन्हें जिला पंचायत के अधिकतर दांव-पेंच पहले से ही मालूम हैं| लिहाजा इस बार सिपाही से लेकर साहब तक सभी उनकी सत्ता के लिए कार्य कर रहें है| तो वह अपने भतीजे राहुल राजपूत को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने को लेकर योजना बना रहे है| राहुल भी शादी-विवाह, ख़ुशी और गमों में तेजी के साथ लोगों से जुड़ाब करनें में लगें हैं| लिहाजा चर्चा का बाजार गर्म है कि राहुल को सांसद खेमे से अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है| लेकिन सांसद मुकेश राजपूत की तरफ से अभी तक इस विषय में कोई टिप्पणी सार्वजनिक रूप से नही आयी है|
वहीं युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व भाजपा के प्रदेश मंत्री प्रांशु दत्त द्विवेदी भी जिला पंचायत सदस्य बनने एक लिए सुरक्षित सीट की तलाश कर रहें है| प्रांशु प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के करीबी माने जाते हैं| लेकिन आरक्षण के अभी तक ना आने से दावेदरों की बेचैनी बढ़ गयी है| प्रांशु दत्त द्विवेदी भी सुरक्षित सीट तलाशनें में लगे हैं| हाई कोर्ट ने 30 अप्रैल तक पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने के निर्देश पहले ही दे दियें हैं|