फर्रुखाबाद:(मोहम्मदाबाद संवाददाता) प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए वितरण के लिए आये दर्जनों जूते फेंके जाने के मामले नें तूल पकड़ लिया| इस तरह से नौनिहालों के लिए सरकार द्वारा भेजे गये जूतों को फेंकने से यह तो साफ है कि जूते नौनिहालों तक पंहुचे ही नही| अधिकारी अपना पल्ला झाड रहें है| खंड शिक्षा अधिकारी से पूंछे जाने पर उन्होंने भी अनभिज्ञता जाहिर कर अपनी जिम्मेदारी से किनारा कर लिया| जिससे यह साफ हो गया कि दाल में कुछ तो काला है| उधर बीएसए नें मामले में जाँच कराये जानें की बात कही है|
विकास खंड मोहम्मदाबाद के ग्राम नगला चूडा में नगला खुरू निवासी अरविन्द कुमार का खेत है| जिसमे तकरीबन 50 जोड़ी जूते पड़े मिले| जिससे मौके पर भीड़ लग गयी| जूते फेंकने के सम्बन्ध में प्राथमिक विद्यालय नगला चूडा की प्रधानाचार्य राखी गंगवार नें बताया कि फेंके गये जूते एक ही पैर के थे इस लिए उन्हें फेंका गया| वह वर्ष 2018 से कमरें में पड़े थे| लेकीन फेंके क्यों गये इसका जबाब उन्होंने भी नही दिया| यदि एक पैर के भी जूते थे तो सप्लाई करने वाली संस्था नें गोलमाल किया| जूते पड़े देखकर ग्रामीण जूते घर उठा ले गये|
फिलहाल तो यह तय हो गया कि सरकार की व्यवस्था को धरातल पर लाने की जगह उनके ही हुक्मरान धरातल से लगनें में लगे है| जब कोई गोलमाल पकड़ा जाता है तो उनके पास बचने के भी रास्ते खूब निकल आते है| जूते फेंके जाने के मामले में खंड शिक्षा अधिकारी मुन्ना लाल त्रिवेदी से जब जेएनआई नें जानकारी ली तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर कर दी| वह बोले उन्हें जानकारी नही| उनकी बातों से साफ पता चला कि वह अपनी जिम्मेदारी से भाग गये|
बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव नें कहा कि जूते फेंकने के मामले में जाँच करायी जायेगी| यदि कोई दोषी है तो उनके खिलाफ कार्यवाही होगी|