फर्रुखाबाद:(राजेपुर प्रतिनिधि) बीते दिनों से राजेपुर क्षेत्र के उदयपुर की कटरी में टाइगर की बादशाहत कायम है| वन विभाग फिलाहल उसे काबू में करने में फिलहाल नाकाम है| रविवार को विशेष ट्रैक्टर भी मौके पर दुधवा टाइगर रिजर्व से मौके पर आ गया| जिसमे प्रशिक्षित दो चालक भी आये हैं|
रविवार को दोपहर उदयपुर गाँव में लखनऊ से प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर कमलेश कुमार व जिला वन अधिकारी पीके उपाध्यय पंहुचे| उन्होंने पहले प्राथमिक विद्यालय में बैठकर अधिकारियों के साथ रणनीति बनायी और जानकारी साझा की| इसके बाद वह विभागीय अधिकारी व वन कर्मियों के साथ कटरी क्षेत्र में गये और पूर्व में लगे कैमरों को भी देखा| इसके साथ ही उनके पंजों के निशान जिस जगह पर लगे थे वह जगह देखी और अवश्यक दिशा निर्देश दिये| बीती रात भी टाइगर का पिछला हिस्सा कैमरे में कैद हुआ| वन विभाग नें दावा किया की मेल टाइगर है|
फिलाहल अभी तक टीम केबल टाइगर के पंजे और फोटो देखकर ही अपनी कार्यवाही कर रही है| वन विभागरणनीति बना रहा है कि पहले टाइगर को ट्रेस कर उसे घेरा जाए और जरूरत पड़ने पर उसे बेहोश करके काबू में किया जाये| जिसके लिए लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व से एक विशेष ट्रैक्टर मंगाया गया है| जिसे दो चालक मंगलराम व रामगोपाल लेकर पंहुचे|
अब तक तीन मिल चुके कंकाल
जब से टाइगर नें उदयपुर में दस्तक दी है तब से अभी तक कुल 3 जानवरों के कंकाल खेतों में वन विभाग की टीम को मिले है| बीती रात उसने गाँव के निकट ही मुख्य सड़क पार कर एक गन्ने के खेत से दूसरे गन्ने के खेत में प्रवेश किया| लेकिन गलिमत है कि अभी तक उसनें गाँव के पालतू पशु या किसी ग्रामीण को हानि नही पंहुचायी|
मुसीबत बन रही गाँव से मुख्य मार्ग तक जाने वाली सड़क
गाँव के किनारे की प्राथमिक विद्यालय उदयपुर है| जिसमे वन विभाग की टीम कैम्प कर रही है| उसी विद्यालय से लेकर मुख्य मार्ग तक खडंजा गया है जिसकी लम्बाई लगभग एक किमी होगी| जिसमे दोनों तरफ गन्ने की फसल खड़ी है| इसी गन्ने की फसल में टाइगर बीती रात था| यही गाँव में आने जाने का मुख्य मार्ग है| वन विभाग प्रयास कर रहा है कि कोई ग्रामीण ना निकले| लेकिन बात नही बन रही| जिससे अब वन विभाग गन्ने की फसल जो मुख्य मार्ग के किनारे खड़ी है उसे काटवाने का प्रयास कर रहा है|
क्या बोले जिम्मेदार
प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर कमलेश कुमार से जेएनआई नें बातचीत की| उन्होंने कहा कि अन्य टाइगर रिजर्व से तो टाइगर निकल कर नही आ गया है इसका पता लगाया जा रहा है| पिंजड़े और जाल लगायें गये हैं| देश के बेहतरीन विशेषज्ञों की टीम कैम्प कर रही है| जल्द ही उसे पकड़ा जायेगा|