फर्रुखाबाद:(राजेपुर प्रतिनिधि) बीते 5 दिन से वन विभाग और ग्रामीणों के लिए लगातार मुसीबत बने तेंदुआ/चीता की तलाश शनिवार को ड्रोन कैमरे से की गयी| लेकिन उससे भी कुछ सकारात्मक परिणाम सामने नही आये| फिलहाल वन विभाग अब चीता के द्वारा किसी नई घटना को करने का इंतजार कर रहा है|
थाना क्षेत्र के ग्राम उदयपुर, अम्बरपुर, गोटिया, सबलपुर में वन विभाग को तेंदुए के नए चिन्ह फिर शनिवार को मिले| शनिवार डीएफओ पीके उपाध्याय के साथ वन क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह व थाने के दारोगा संजय मौर्य को फिर से कम्बिंग की| जिसमें उन्हें कई जगह तेंदुए के चिन्ह मिले है| इसके बाद टीम नें कटरी में खड़े गन्ने की फसल के ऊपर ड्रोन कैमरे से तेंदुए/ चीता की तलाश की| लेकिन कोई नतीजा नही निकल सका|
अंबरपुर निवासी सर्वेश पुत्र चुल्लू व अनिल दुबे नें बताया कि बीती शाम लगभग 7 बजे गन्ने के खेत में एक संदिग्ध पशु दिखा था| उसी दौरान कैमरे की बैट्री डाउन हो गयी| जिसके एक घंटे के बाद पुन: कैमरा चलाया गया| लेकिन पूरे दिन की मेहनत बेनतीजा निकली| बीते चार दिन से तेंदुआ/चीता नें कोई नया शिकार नही किया| जिससे वन विभाग को थोड़ी राहत जरुर मिली| लेकिन अब विभाग इंतजार में है कि यदि वह कोई नया शिकार करता है तो बाहर से टीम को बुलाया जायेगा|
फिलहाल उसके लिए क्षेत्र में पानी, भोजन और सुरक्षा के लिए गन्ने की फसल जंगल जैसा माहौल पैदा कर रही है| वहीं तस्वीर में देखा जा सकता है कि हजारों बीघा में खड़ी गन्ने की फसल तेंदुए को सुरक्षा और वन विभाग के लिए मुसीबत वन गयी है| जो उसे पकड़ने में रोड़ा बनी है|
जिले में पहले भी बाध कर चुका हमला
बीते 30 मार्च 2017 को नवाबगंज के सिरमौड़ा बांगर गांव में किसान मानसिंह यादव और अहिवरन सिंह अपने खेत में गेहूं की फसल काटने पहुंचे थे। इसी दौरान फसल में घात लगाकर बैठे बाघ ने मानसिंह पर हमला कर दिया है। इसके बाद बाघ ने अहिरवन सिंह को अपना शिकार बनाया और उन्हें जख्मी कर दिया था|
जिला वन अधिकारी पीके उपाध्यय नें जेएनआई को बताया कि निशान देंखने में चीते के प्रतीत हो रहे हैं| लेकिन बीते चार दिन से भी तक उसने कोई शिकार नही किया| यदि नया कोई शिकार करता है तो बाहर से टीम को बुलाया जायेगा| उन्होंने बताया कि पूर्व में भी जिले में बाघ की एंट्री हुई है| उन्हें पकड़ा गया था|