फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिले में छठ पूजा को लेकर इस बार पांचाल घाट तट पर प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं। यहां पहले ही सफाई करा दी गई थी। शुक्रवार शाम को छठ पूजा करने वाले श्रद्धालु जन पहुंचे और डूबते हुए सूर्य को जल दिया। शनिवार को उगते हुए सूर्य को जल देने के साथ छठ पूजा का यह व्रत पूर्ण होगा।
चार दिवसीय डाला छठ महापर्व का आज यानी शुक्रवार को प्रमुख दिन रहा। गंगा के शीतल जल में खड़ी होकर व्रती महिलाओं ने अस्ताचल सूर्य को अघ्र्य दिया। विधिवत पूजन-अर्चन कर समृद्ध और खुशहाली की कामना भी की गई। इस दौरान गंगा घाट पर मेले जैसा दृश्य रहा। अब रविवार की सुबह सूर्योदय के समय सूर्य को व्रती महिलाएं अघ्र्य देकर व्रत का समापन करेंगी।
व्रती महिलाएं मंगल गीत गाते हुए गंगा घाट तक गईं। वेदी पर दीप जलाया, पूजन सामग्री चढ़ाई और पांच गन्ने का समूह पानी में स्थापित किया| सैकड़ो की संख्या में व्रतियों ने खड़े होकर एक साथ भगवान सूर्य की आराधना की। सूर्य अस्त होने के समय सायं 5.21 बजे हजारों हाथों में दीप प्रज्वलित हो उठे और हजारों कंठों से प्रार्थनाएं फूट पड़ीं। व्रतियों ने भगवान सूर्य को दीप, पूजन सामग्री अर्पित कर दूध व जल का अघ्र्य दिया और यह कामना की कि हे सूर्य भगवान! अगले वर्ष मुझे फिर व्रत रहने का मौका देना। इस दौरान जयघोष व मंगल गीत गूंजते रहे। बच्चों ने पटाखे व फुलझडिय़ां छोड़ी। घाटों पर प्रकाश व सुरक्षा की व्यवस्था थी। मेले का दृश्य था।
दोपहर बाद घर से निकलने लगे व्रती
व्रती दोपहर बाद घरों से निकलने लगे। महिलाएं मंगल गीत गाते हुए पैदल नंगे पांव भी पंहुची| स्वजन सिर पर पूजा सामग्री लिए चल रहे थे। बैंड बाजे की धुन गूंज रही थी। माहौल भक्ति से ओतप्रोत था।
पूर्वांचल विकास समिति नें देखी व्यवस्था
समिति के पदाधिकारी पूरी भक्ति भावना के साथ गंगा घाट पर व्यवस्था में लगे रहे| व्रतियों को सहयोग करने के लिए हर सम्भव प्रयास किया| जिला प्रशासन की तरफ से भी इस बार व्यवस्था की गयी थी| जिला विकास अधिकारी दुर्गादत्त शुक्ला, डीपीओ भारत प्रसाद भी पंहुचे| खंड विकास अधिकारी श्रीप्रकाश उपाध्याय भी अपने परिजनों के साथ पूजा अर्चना करने पंहुचे| इस दौरान समिति की तरफ से अतुल शर्मा, विकास सिन्हा, अजीत कुमार, शमीम अहमद, जनार्दन शर्मा आदि रहे|