फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीते एक दिन पूर्व दिव्यांग दुकानदार नें फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला चर्चा में आया था| पुलिस नें शव का पोस्टमार्टम कराया| उसमे भी फांसी लगाये जानें की पुष्टि हुई| लेकिन दिव्यांग दुकानदार के फांसी लगा लेनें का मामला पुलिस के गले नही उतर रहा है| पुलिस नें जाँच शुरू की है|
शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सातनपुर निवासी 40 वर्षीय दुर्गेश यादव पुत्र होरीलाल यादव के दोनों पैर ट्रेन की चपेट में आने से पूर्व में ही कट चुके थे| वर्षों से वह दिव्यांग था| लेकिन इसके बाद भी उसकी मौत फांसी लगने के चलते हुई| परिजन घटना को दबाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन लोहिया अस्पताल के चिकित्सक नें उसकी गर्दन पर रस्सी का निशान देखा तो पुलिस को सूचना दे दी| जिसके बाद पुलिस नें पोस्टमार्टम कराया और उसमे स्वांस नली अबरुद्ध होनें से मौत होंने की पुष्टि हुई|
लेकिन बड़ा सबाल पुलिस के सामने यह खड़ा हो गया कि आखिर दोनों पैरों से दिव्यांग युवक नें फांसी लगा कैसे ली| पुलिस अब इस सबाल का जबाब तलाशने में जुटी है| घटना के दो दिन बाद भी पुलिस अभी तक उसका जबाब तलाश नही कर सकी है|
आईटीआई चौकी इंचार्ज रविन्द्र निषाद नें बताया कि फांसी खुद लगाने की घटना संदिग्ध तो है| लेकिन मृतक की पत्नी आदि नें अभी तक कोई तहरीर नही दी| मौके पर जाकर जाँच की जायेगी| यदि घटना के पीछे कोई है तो कार्यवाही भी की जायेगी|