लखनऊ: महोबा में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद निलंबन के बाद फरार चल रहे तत्कालीन एसपी आइपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार पर शिकंजा कसता जा रहा है। काफी प्रयास के बाद भी इलाहाबाद हाई कोर्ट से किसी भी मामले में राहत न मिलने पर अब मणिलाल पाटीदार की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी है।
क्रशर कारोबारी मौत के बाद से फरार चल रहे आइपीएस अफसर महोबा से निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार की संपत्ति अब कुर्क होगी। प्रदेश शासन के साथ इस प्रकरण की जांच कर रही एसआइटी के दर्जनों बार बयान के लिए मणिलाल पाटीदार को बुलाया गया, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसी बीच कई बार कोरोना संक्रमण तो कई बार घर के कुछ काम का बहाना बनाकर जांच एजेंसी के सामने पेश होने से हमेशा बच रहे हैं। इसी बीच उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में भी तीन याचिका डालकर राहत लेने का प्रयास किया। उनको कोर्ट से भी निराशा मिली। अब पुलिस ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने के साथ कुर्की की तैयारी कर ली है। इसी बीच पुलिस ने पाटीदार की सारी संपत्ति का भी ब्यौरा जुटा लिया है। आइपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार की अहमदाबाद में चाय की दुकान है। इस दुकान की कमाई का आधा हिस्सा पाटीदार को मिलता है। पाटीदार की ओर से 2020 में गृह विभाग को दिए गए अचल संपत्ति के ब्यौरे के अनुसार, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में उनकी अचल संपत्ति पर चाय की दुकान खुली है। यह उनके पिता ने दिलाई थी। इससे होने वाली कमाई का आधा हिस्सा पाटीदार को मिलता है।
महोबा के क्रशर कारोबारी ने पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार पर वसूली के गंभीर आरोप लगाते हुए जान का खतरा बताया था। इसका वीडियो वायरल होने के बाद इंद्रकांत त्रिपाठी घायल अवस्था में मिले थे। कानपुर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। क्रशर कारोबारी की मौत के बाद मणिलाल पाटीदार को को निलंबित करते हुए मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई। आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ हत्या की एफआईआर भी दर्ज है।