फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सोमवार को राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें मुख्य विकास अधिकारी डॉ० राजेन्द्र पैंसिया की मौजूदगी में किया| डीएम नें कहा कि सबल एवं सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिये बचपन का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। कुपोषण किसी भी राष्ट्र के लिये अभिशाप के समान है। वर्तमान में जनपद में अतिकुपोषित बच्चों की संख्या 696 है|
सीडीओ ने कहा कि हम कुपोषण के साथ एक स्वस्थ देश और स्वस्थ भविष्य की कल्पना नहीं सकते हैं| इसके लिए हम सबको जागरूक होना पड़ेगा और साथ मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा तभी हम स्वस्थ कल का निर्माण कर पाएंगे |
जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया हर वर्ष सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष कोविड के चलते परिस्थितियां बदली हुई हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान माता-पिता को कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए परामर्श देंगी और उन्हें व्यवहार परिवर्तन के बारे में बताएंगी। उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से बच्चों की देखभाल करनी है और उन्हें पुष्टाहार देना है।
उन्होंने बताया जनपद में इस समय शून्य से पांच वर्ष तक के करीब 2,03,723 बच्चे हैं। इनमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 696 है। 4,825 बच्चे कुपोषित चिह्नित किये गये हैं।
डीपीओ ने बताया कि इस वर्ष पोषण माह-2020 दो मुख्य उद्देश्यों पर आधारित है। पहला अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित और उनकी मॉनिटरिंग करना, दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देना। इस माह के दौरान धात्री माताओं को सुपोषण के प्रति जागरूक और उत्साहित किया जाएगा। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० वंदना सिंह ने कहा कि जब हमारी किशोरी स्वस्थ होगी तभी हम स्वस्थ भारत का निर्माण कर पाएंगे | साथ ही कहा कि जब एक किशोरी किसी के घर की रौनक बनकर जाती है, तो उस घर का भविष्य गढ़ रही होती है| यही भविष्य जब माँ के गर्भ में आता है, उस समय माँ की देखभाल अधिक आवश्यक हो जाती है| अगर माँ स्वस्थ रहेगी तो खूबसूरत कल को जन्म देगी |