फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सहकारिता विभाग में सपा की जड़ों को खोद-खोद कर निकालने और सहकारिता के किले पर बीजेपी का झंडा लगाने में प्रमुख योगदान रखने वाले भाजपा नेता विमल कटियार के योगदान को सराहा गया| लेकिन उनके समर्थकों को इसका मलाल रहा कि विमल को केबल माला मिली ना राम!
दरअसल सपा सरकार जाने और योगी सरकार सूबे में आने के बाद से अपना अश्वमेघ दौड़ा रही भाजपा ने सहकारिता विभाग में भी अपनी विजय पताका फैरानें का मन बना लिया| जिसका प्रभारी तत्कालीन जिला महामंत्री विमल कटियार को बनाया गया| जिसके बाद विमल नें सहकारिता के बड़े किले से सपा के छोटे सिंह के दशकों सेखड़े अखंड राजनैतिक पेंड की जड़ों को कुरेदना शुरू किया| जिसमे कई जांचे भी छोटे सिंह के खिलाफ हुई| इसी युद्ध को लड़ते-लड़ते विमल और उनके कुछ साथियों पर बैंक में हुई मारपीट की घटना में मुकदमा भी दर्ज किया गया| लेकिन इस संघर्ष का परिणाम यह हुआ कि आज सहकारिता पर भाजपा का पूरी तरह से कब्जा है|
सरदार पटेल युवा वाहिनी द्वारा कीरतपुर में विमल कटियार का मालाओं के साथ ही शाल उड़ाकर सम्मानित किया गया| लेकिन समाज के लोगों को एक ही मलाल नजर आया की सहकारिता चुनाव में विमल को केबल माला मिली ना राम! भाजपा नेता अशोक कटियार, प्रधान संजय कटियार, भाजपा बूथ संयोजक सुमित कटियार, शरद कटियार, अंशुल कटियार आदि रहे|