फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सरकार की सख्त नीति और कोरोना काल के चलते 637 परीक्षार्थियों नें बीएड की परीक्षा से किनारा कर लिया| जिला प्रशासन नें परीक्षा केन्द्रों के बाहर सैनीटाइजर की व्यवस्था की गयी थी| अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर इस कदर चिंतित है कि हर जोखिम से निपटने को तैयार हैं। हालांकि, परीक्षा केंद्रो पर शारीरिक दूरी के मानक की खुलकर धज्जियां उड़ती नजर आईं।
नगर के फतेहगढ़-फर्रुखाबाद के 5 परीक्षा केन्द्रों पर दो पालियों में शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा सम्पन्न हुई| जिसमे शहर के रस्तोगी इंटर कालेज में कुल 500 परीक्षार्थी बैठने थे जिसमे से 118 परीक्षा छोड़ गये| वहीं राजकीय इंटर कालेज फर्रुखाबाद में भी 300 परीक्षार्थी बैठने थे जिसमे से कुल 118 परीक्षार्थी परीक्षा से किनारा कर गये| इसके साथ ही राजकीय इंटर कालेज फतेहगढ़ में भी 300 परीक्षार्थी बैठने थे जिसमे से 81 परीक्षा देंने नही पंहुचे| राजकीय बालिका इंटर कालेज फतेहगढ़ में 500 में से 163 परीक्षार्थी किनारा कर गये| वहीं केन्द्रीय विद्यालय फतेहगढ़ में भी 500 परीक्षार्थियों में से 157 परीक्षा देंने नही आये|
कुल मिलाकर 2100 परीक्षार्थियों को बैठना था जिमसे से 637 परीक्षा से किनारा कर गये| जिमसे कुल 1463 परीक्षार्थी ही बैठे| अधिकारी घूम-घूम कर परीक्षा केन्द्रों का जायजा लेते रहे| केंद्र पर सेटिंग प्लान देखने के दौरान ही केंद्रों पर उमड़ी भीड़ ने शारीरिक दूरी के मानक की खुलकर धज्जियां उड़ाई। इस दौरान केंद्रों पर मौजूद रहे पुलिकर्मी व व्यवस्थापक भी असहाय दिखे।
पेन पेंसिल की तरह हाथ में था सैनिटाइजर
कोरोना काल में बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के लिए पेन-पेंसिल और रबड़ की ही तरह सैनिटाइजर और मास्क भी आवश्यक सामग्री बन गया। बिना मास्क और सैनिटाइजर के किसी भी अभ्यर्थी को केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। बाहर खड़े अधिकतर अभ्यर्थी 10-15 मिंट के अंतराल में हाथों को सैनिटाइज कर रहे थें। कुछ बालिकाएं हाथ सैनिटाइज करने के बाद दस्ताने पहनकर केंद्र के अंदर जा रहीं थी। सभी मास्क लगाए हुए थीं। साथ ही उनको थर्मल स्कैनिंग और सेनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया गया।