फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) रक्षाबंधन पर जेल में रह रहे बंदियों की कलाई सूनी नहीं रहेगी। जेल प्रशासन ने इस संबंध में नई व्यवस्था जारी कर दी है। इसके तहत जेल में बंदियों के लिए उनकी बहने कोरोना हेल्प डेस्क पर मिलकर राखी जमा करा सकेंगी। जेल प्रशासन द्वारा राखियों को सैनिटाइज कराकर संबंधित बंदियों को वितरित कर दी जाएंगी। जेल में राखी ही लाने की अनुमति दी गई है, मिठाई लाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
कोविड-19 के चलते संक्रमण से बचने के लिए शासन के आदेश पर बंदियों से मुलाकात अस्थायी रूप से स्थगित है। वैकल्पिक रूप से जेल में बंद बंदियों के लिए उनके स्वजन द्वारा निजी जरूरत का सामान कारागार की कोरोना हेल्प डेस्क से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्राप्त किया जा रहा है। इसके बाद सैनिटाइजेशन के बाद यह सामान 24 घंटे बाद बंदियों को दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन द्वारा रक्षाबंधन के पर्व को देखते हुए व्यवस्था की गई है कि जो बहने जेल में बंद अपने भाइयों को रखी भेजना चाहती हैं वह रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व मुलाकात जाली के माध्यम से बंदी की पूरी जानकारी के साथ जमा करा सकते हैं। राखियों को सैनिटाइज करने के 72 घंटे बाद रक्षाबंधन के दिन इन राखियों को संबंधित बंदियों तक पहुंचा दिया जाएगा। इस दौरान मिठाई लाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
नहीं दिखेगी जेल गेट पर रक्षा बंधन के दिन चहल-पहल :-
सेंट्रल जेल व जिला जेल में प्रत्येक वर्ष रक्षा बंधन के दिन चहल पहल दिखती थी। सैकड़ों बहनें अपने अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए जेल गेट पहुंचती थी और जेल प्रशासन द्वारा इसके लिए विशेष व्यवस्था की जाती थी। व्यवस्था के अनुसार अपने भाइयों को तिलक लगाकर राखी उनकी कलाइयों में बांधती थी। लेकिन इस बार जेल में कैद कैदियों के लिए रक्षा बंधन वाले दिन उदासी ही रहेगी। रक्षाबंधन वाले दिन कैदियो के लिए विशेष भोजन परोसा जायेगा|
रक्षाबंधन के लिए क्या है नियमावली
1.जेलों के बाहर एक कोरोना हेल्प डेस्क होगी| जिस पर कोविड मास्क, सैनिटाइज, फेसकबर, ग्लब्स, साबुन, लिफाफा आदि की व्यवस्था की जायेगी|
2.आने वाले आगंतुकों के सामान की जाँच होगी|
3.रक्षाबंधन के दिन अनुमन्य राखी, वन्दन, चावल आदि को ही स्वीकार किया जायेगा| जिसको एक लिफाफे में बंद कर बंदी का नाम एवं सामग्री देंने वाले परिजन का नाम पता अंकित किया जायेगा |
4. खाद्य सामग्री व मिठाई आदि किसी भी कीमत पर नही ली जायेगी|
5.पावती डेस्क पर तैनात कार्मिक द्वारा बंदी के आने वाले परिजन की पूरी जानकारी ली जायेगी|
6. मुलाकात व्यवस्था पर पूरी तरह से रोंक रहेगी|
सेन्ट्रल जेल अधीक्षक एचएसएम रिजवी नें जेएनआई न्यूज को बताया कि सामान और राखी उपलब्ध कराने का समय 1 अगस्त शाम 4 बजे तक ही किया गया है| इसके बाद रक्षाबंधन वाले दिन सामान और राखी सम्बंधित बंदी को उपलब्ध करा दी जायेगी|