फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) नगर में तम्बाकू बिक्री का खेल तेजी के साथ चल रहा है| जानकारी होंने के बाद भी पुलिस लॉक डाउन और सरकार के आदेश को दरकिनार करने वाले व्यापारियों पर कार्यवाही नही कर रही है| जिससे व्यापारियों के हौसले बुलंद है| सुबह होते-होते लाखों रूपये कीमत की तम्बाकू और गुटखा बिक्री हो जाती है| पुलिस उस तरफ जाना भी पसंद नही कर रही|
दरअसल लॉक डाउन के चलते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की जंग के दौरान उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सूबे में पान, पान-मसाला और गुटखा बनाने, उसके वितरण व बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कड़े निर्देश भी दिये थे। आदेश का उल्लंघन दंडनीय अपराध है। किसी प्रतिष्ठान में इस आदेश का उल्लंघन पाए जाने पर तत्काल लाइसेंस निरस्त कर प्रतिष्ठान को बंद कराए जाने के साथ ही अन्य कठोर विधिक कार्रवाई किये जाने के कड़े निर्देश है| शासन ने सूबे में पान-मसाला की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण लगाने के कड़े निर्देश दिये थे|
आपको बताते चले कि नगर में बड़े पैमाने पर तम्बाकू, गुटखा की थोक बिक्री का काला कारोबार चल रहा है| रविवार को जब जेएनआई टीम सुबह नगर के असगर रोड एत एक थोक तम्बाकू दुकान पर गयी तो बाकायदा मौजिक में तम्बाकू लोड की जा रही थी| फोटो देखकर आप अंदाजा लगा सकते है कि नगर में किस तरह से तम्बाकू की बिक्री चरम पर है| बजरिया मोहल्ले के भी कई थोक बिक्रेता सरकार के आदेश को तम्बाकू की बोरी में बंद कर बेंच रहे है| लेकिन जिम्मेदार अपनी आँखों पर पट्टी बांधे है| यह पट्टी क्यों बंधी है इसका जबाब कौन देगा| यही हालत शराब की भी है| शराब की फोन पर होम डिलीवरी हो रही है|
सरकार ने तम्बाकू पर रोंक इस लिए लगायी कि बाजारों, सड़कों, दफ्तरों व घरों तक में लोग कोनों-कोनों में पान-मसाला खाकर थूकते हैं। थूकने से गंदगी व संक्रमण फैलता है, जिसके चलते इसे प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की गयी है। थूक से रोग को लेकर अब गहन विचार करने की जरूरत है। केवल महामारी के समय ही नहीं, बल्कि सामान्य समय में भी जगह-जगह थूंककर संक्रमण फैलाने की समस्या का स्थायी निदान तलाशना होगा।
नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य व क्षेत्राधिकारी नगर मन्नी लाल गौड़ ने बताया कि तम्बाकू की बिक्री पर पूरी तरह रोंक है| तम्बाकू बिक्री की दुकानों पर छापेमारी की जायेगी|