फर्रुखाबाद: लाकडाउन ख़त्म करने की तैयारियों को लेकर पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के 75 जिलो के 386 धर्मगुरूओ के साथ विडियो कांफ्रेंसिंग से बातचीत की| इस दौरान सुझाव लेने के साथ ही मुख्यमंत्री ने सख्ती से महामारी के दौरान पालन किये जाने वाले प्रोटोकॉल को समझाया|
14 अप्रैल 2020 को covid-19 वायरस को रोकने के लिए चल रहे लाकडाउन का अंतिम दिन हो सकता है, इस सम्भावना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एतिहात के तौर पर प्रदेश भर के धर्मगुरूओ से ज्यादा से ज्यादा सामाजिक दूरी बनाने और उन्हें अपने अपने समाज में सख्ती से पालन कराने पर जोर दिया| मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तब्लीगियो के कारण कोरोना के केस बढ़ने पर भी रोष व्यक्त किया| श्री योगी ने कहा कि प्रदेश की जनता की जान की कीमत हर कीमत पर बचानी है इसके लिए शासन और प्रशासन को सख्ती से नियमो का पालन कराने के लिए निर्देशित किया गया है और साथ ही साथ जो लोग अपने समाज, पंथ, सम्प्रदाय का नेतृत्व करते है उनसे भी अपेक्षा है कि वे अपने अपने पंथ को मानने वाली जनता को कोरोना वायरस से बचने के लिए प्रधानमंत्री के दिए गए निर्द्शो का पालन करे और ऐसा न करने वालो के खिलाफ कड़े कदम उठाये जा रहे है और आगे भी जारी रहेंगे|
उन्होंने सभी धर्म गुरुओं का आभार भी व्यक्त किया कि लॉकडाउन के दौरान सभी पर्वों को स्थगित कर दिया गया। नवरात्र और रामनवमी इसके उदाहरण हैं। इसी प्रकार से अनेक मत और मजहब को लोगों ने इसमें सहयोग दिया है। उसी का परिणाम है कि हम इस महामारी को रोकने में सफल हुए हैं।
फर्रुखाबाद में भी नेशनल इन्फोर्मेटिक सेण्टर फतेहगढ़ के विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, मौलाना सदाकत हुसैन, दिलदार हुसैन, संजीव मिश्र बोबी, संजय गर्ग, कुक्कू चौहान आदि शामिल हुए | विडियो कांफ्रेंसिंग के बाद फोटो खिचाने के चक्कर में योगी की कक्षा में पढ़कर निकले सामाजिक दूरी का पाठ पांच मिनट में ही भूल गए|