फर्रुखाबाद:(ब्यूरो)शाम ढलते ही मेला राम नगरिया रंग-बिरंगी रोशनियों के आगोश में समा जाता है। मेला क्षेत्र में निर्बाध बिजली की सप्लाई की जा रही है। मेले का असली रूप शाम ढलते ही निखर कर सामने आता है। दिन में भारी भीड़ के कारण उड़ने वाली धूल से मेलार्थियों को परेशानी होती है पर शाम होते-होते मेला क्षेत्र में जब रंग-बिरंगे बल्ब जल उठते हैं तो मेले का नजारा ही अछ्वूत हो जाता है।
मालूम हो कि मेले में मुख्य पंडाल, मनोरंजन के लिए लगाए गए झूले, थिएटर, सरकारी एवं गैरसरकारी विभागों की प्रदर्शनियों के स्टॉल दूधिया रोशनी से जगमग हो उठते हैं। वैसे तो जिले के अलावा अन्य निकटवर्ती जिले से लोग दिन में मेला घूमने पहुंच रहे हैं। लेकिन शाम ढलते ही मेले में एक अलग रंगीन दुनिया का नजारा देखने को मिल रहा है। देर शाम तक सैकड़ों की संख्या में लोग बाइक और चरपहिया वाहन से मेला घूमने पहुंच रहे हैं। देर रात तक मेले की दुकानें खुली रह रही है। मेला घूमने के साथ-साथ लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। चाय, कॉफी, पान की दुकानें आदि रात तक खुलते है|
मनोरंजन क्षेत्र रात में करता आकर्षित
मेला रामनगरिया का मनोरंजन क्षेत्र दिन में भीड़ के हबाले रहता है| लेकिन शाम होंते ही जैसे ही सूर्य देवता अस्त होते है तो मेले का मनोरजन क्षेत्र लोगों को पुल के ऊपर से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है| मेले के झूले रंग बिरंगी लाइटो से सजाया गया है| जब वह चलते है तो और चार चाँद लगता है|