लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा की 11 रिक्त सीटों पर सोमवार को मतदान होगा। मतदान प्रात: सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। विभिन्न राजनीतिक दलों के शनिवार नेताओं के के लिए हो रहे उपचुनाव में शनिवार तक प्रचार में जी-जान लगा देने के बाद अब बारी पोलिंग पार्टियों की हैं। प्रचार के अंतिम दिन सभी प्रमुख प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए खूब जोर आजमाइश की।
उत्तर प्रदेश में सहारनपुर की गंगोह, रामपुर की रामपुर, अलीगढ़ की इगलास, लखनऊ की लखनऊ कैंट, कानपुर की गोविंदनगर, चित्रकूट की मानिकपुर, प्रतापगढ़ की प्रतापगढ़, बाराबंकी की जैदपुर, अंबेडकरनगर की जलालपुर, बहराइच की बलहा तथा मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर उप चुनाव हो रहा है। 11 जिलों के मतदाता कल 109 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। रविवार की सुबह इन 11 विधानसभा सीटों के लिए पोलिंग पार्टियां व सुरक्षा बल रवाना हो गईं। 24 अक्टूबर को इन सीटों की मतगणना होगी।
11 सीटों पर होने वाले मतदान में सर्वाधिक 13-13 प्रत्याशी लखनऊ की कैंट तथा अम्बेडकर नगर की जलालपुर सीट पर हैं। मऊ की घोसी में 12 और सहारनपुर के गंगोह, प्रतापगढ़ व बहराइच की बलहा में 11-11 प्रत्याशी हैं। कानपुर के गोविन्दनगर और बांदा के मानिकपुर में नौ-नौ और रामपुर, हाथरस के इगलास और बाराबंकी के जैदपुर में सात-सात प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं। माना जा रहा है कि उप चुनाव से ही 2022 के विधानसभा चुनाव की जमीन तैयार होगी। इसी कारण भाजपा जहां ‘क्लीन स्वीप’ के प्रयास में है तो विपक्षी दल भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की इन 11 सीटों पर सत्ता पर काबिज भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। 11 में से नौ भाजपा के पास हैं। रामपुर सदर से समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां विधायक थे। पहली बार वह लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अपनी इस सीट को परिवार के पास रखने के लिए काफी पसीना बहा रहे हैं। उनकी पत्नी तथा राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा रामपुर से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी हैं।
रामपुर सदर के साथ ही अम्बेडकरनगर की जलालपुर सीट भाजपा जीतने के प्रयास में हैं। जिससे कि उसको सौ प्रतिशत सफलता मिले। जलालपुर से बसपा के रीतेश पाण्डेय के अम्बेडकरनगर से सांसद बनने के बाद बसपा ने यहां से वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा की बेटी को मैदान में उतारा है। पहले पूर्व सांसद राकेश पाण्डेय को प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लडऩे से इन्कार कर दिया।
सोमवार को होने वाली मतदान में 11 सीटों पर 41.08 लाख मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। 11 विधानसभा सीटों पर 109 प्रत्याशी चुनाव मौदान में हैं। 11 जिलों में मतदान के लिए 4529 मतदेय स्थल तथा 2307 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 11 सामान्य प्रेक्षक के साथ 11 व्यय प्रेक्षक, 337 सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा जोनल मजिस्ट्रेट तैनात हैं। इनके साथ 471 स्टैटिक मजिस्ट्रेट,520 माइको ऑब्जर्वर मतदान को देखेंगे। 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 21584 मतदानकर्मी लगे हैं जबकि 5435 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट काम में लगी है। इस दौरान 5435 बैलट यूनिट तथा 5888 वीपी पैट का प्रयोग होगा। प्रदेश में चुनाव शांतिपूर्ण कराने के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई। 11 सीटों के 429 क्रिटिकल बूथों पर वेबकास्टिंग कराई जाएगी।
दांव पर लगी है इन दिग्गजों की किस्मत
फागू चौहान के बिहार का राज्यपाल बनाये जाने से रिक्त हुई मऊ जिले की घोसी सीट पर कुल 11 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य लड़ाई भाजपा के विजय राजभर, सपा समर्थित सुधाकर सिंह तथा बसपा के अब्दुल कय्यूम अंसारी के बीच है। दो बार विधायक रहे सुधाकर सिंह ने विजय राजभर की राह रोकने के लिए ताकत लगा दी है।
भाजपा ने प्रतापगढ़ सीट सहयोगी अपना दल एस के लिए छोड़ी है। अपना दल एस के राजकुमार पाल भाजपा के ही पदाधिकारी रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश युवा शाखा के अध्यक्ष डा. नीरज त्रिपाठी, सपा ने बृजेश वर्मा और बसपा ने रणजीत पटेल को मौका दिया है। यहां भी कुल 11 उम्मीदवारों के बीच अपना दल एस, बसपा, सपा व कांग्रेस की चतुष्कोणीय लड़ाई बन गई है।
सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट पर भी कुल 11 उम्मीदवार हैं। भाजपा ने चौधरी किरत सिंह, सपा ने चौधरी इंद्रसेन, कांग्रेस ने नोमान मसूद और बसपा ने चौधरी इरशाद को मौका दिया है। यहां कांग्रेस के इमरान मसूद की प्रतिष्ठा दांव पर है।
समाजवादी पार्टी के आजम खां के सांसद बनने से रिक्त हुई रामपुर सीट पर सात उम्मीदवारों के बीच जंग है। यहां पर समाजवादी पार्टी अपनी विरासत बचाने के लिए जूझ रही है तो भाजपा नया कीर्तिमान बनाने के लिए। सपा से आजम खां की सांसद पत्नी डा. तजीन फातमा, भाजपा से भारत भूषण गुप्ता, कांग्रेस से अरशद अली खां गुड्डू और बसपा से जुबैर मसूद खां यहां उम्मीदवार हैं।
कानपुर नगर के गोविंद नगर में नौ प्रत्याशियों में भाजपा से सुरेंद्र मैथानी, कांगे्रेस की करिश्मा ठाकुर, सपा के सम्राट विकास और बसपा के देवी प्रसाद तिवारी अपनी जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं। यहां के योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री रहे सत्यदेव पचौरी विधायक थे। उनके कानपुर का सांसद बनने के बाद सीट खाली हुई।
चित्रकूट के मानिकपुर में भाजपा से आनन्द शुक्ला, कांग्रेस की रंजना पांडेय, सपा के डा. निर्भय सिंह पटेल और बसपा के राजनारायण उर्फ निराला कोल समेत नौ उम्मीदवारों के बीच जंग चल रही है।
इसी तरह अलीगढ़ के इगलास सुरक्षित सीट पर सात उम्मीदवारों में भाजपा के राजकुमार सहयोगी, बसपा से अभय कुमार बंटी, कांग्रेस से उमेश दिवाकर मैदान में हैं जबकि समाजवादी पार्टी समर्थित रालोद की सुमन दिवाकर का पर्चा निरस्त हो चुका है।
बसपा के रितेश पांडेय के लोकसभा में जीत दर्ज करने के बाद खाली हुई जलालपुर विधानसभा के लिए कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा के डॉ.राजेश सिंह और सपा के सुभाष राय व बसपा की डॉ. छाया वर्मा के बीच है। कांग्रेस के सुनील मिश्र भी यहां मैदान में हैं।
अक्षयवर लाल गोंड के लोकसभा में जीत दर्ज करने के बाद खाली हुई बहराइच के बलहा विधानसभा के लिए कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा के सरोज सोनकर व सपा के किरन भारती के बीच है। कांग्रेस के मन्नू देवी और बसपा से रमेश गौतम भी मैदान में हैं।
रीता बहुगुणा जोशी के इलाहाबाद लोकसभा में जीत दर्ज करने के बाद खाली हुई लखनऊ कैंट विधानसभा के लिए कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा के सुरेश तिवारी और सपा के कैप्टन आशीष चतुर्वेदी के बीच है। कांग्रेस के दिलप्रीत और बसपा से अरुण द्विवेदी भी मैदान में हैं।
इसी तरह बाराबंकी में जैदपुर सीट पर उपेंद्र रावत के सांसद चुने जाने पर चुनाव हो रहा है। यहां पर मुख्य मुकाबला भाजपा के अंबरीष रावत, कांग्रेस के तनुज पुनिया के बीच है। सपा ने इस क्षेत्र से गौरव रावत और बसपा ने अखिलेश आंबेडकर को खड़ा किया है।