कानपुर: कल्याणपुर में किराये के मकान में रह रहे तीन संदिग्धों को झारखंड व दिल्ली की पुलिस ने शुक्रवार देर रात दबिश देकर दबोच लिया। वहीं पुलिस को देख चार युवक फरार हो गए। पुलिस ने संदिग्धों के कमरे से मिले कई मोबाइल समेत अन्य वस्तुओं को अपने कब्जे में लिया है। उठाए गए युवकों के नक्सली या आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका है। घटना के बाद जांच व सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
कल्याणपुर कला निवासी बउआ बाजपेई मेस्टन रोड स्थित एक पॉलीबैग की दुकान में काम करते हैं। उनकी पत्नी रंजना बाजपेई ने बताया कि करीब 15 दिन पहले सियाराम व टिंकू नाम के दो युवकों ने उनके यहां किराये पर कमरा लिया था। दोनों की उम्र 22-24 वर्ष की है। सात दिन पहले उनके परिचित दो नाबालिग लड़के (उम्र 10-12 वर्ष) भी आकर रहने लगे। युवकों ने उन्हें बताया था कि वह कोलकाता से रेडीमेड कपड़े लाकर कानपुर के घंटाघर में बेचते हैं। शुक्रवार रात 11 बजे आठ दस लोग उनके घर पर आए। इसमें कुछ पुलिस की वर्दी में थे। इस दौरान सियाराम, टिंकू व दोनों नाबालिग लड़के छत पर थे।
पुलिसकर्मी आते ही इनके कमरे का ताला तोडऩे लगे। कुछ पुलिसकर्मियों ने छत पर जाकर टिंकू व दोनों नाबालिगों को दबोच लिया। वहीं सियाराम अपने तीन अन्य साथियों के साथ मकान के छज्जे से सड़क पर कूदकर भाग निकला। पुलिस ने संदिग्धों के कमरे से कई मोबाइल समेत अन्य संदिग्ध वस्तुओं को बरामद किया है। पूछने पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि युवक आतंकी हैं। उसके बाद तीनों को लेकर चले गए। कल्याणपुर इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार पांडे ने बताया कि सभी युवक मोबाइल चोर हैं। जो ठिकाने बदल-बदल कर लूट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।