नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। एबीबीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव समेत तीन पदों पर जीत हासिल की है, जबकि सचिव पद पर अखिल भारतीय छात्र संगठन का प्रत्याशी जीता है।
इस तरह डूसू में अध्यक्ष पद पर अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पद पर प्रदीप तंवर और संयुक्त सचिव पद पर शिवांगी खरवाल ने बाजी मारी है। वहीं, सचिव पद पर NSUI के प्रत्याशी आशीष लांबा ने बाजी मारी है।
इन पदों पर जिन पदों पर एबीवीपी को जीत हीसिल हुई है उनपर NSUI के चेतना त्यागी, अंकित भारती और अभिषेक छपरवाल मैदान में थे। चेतना त्यागी अध्यक्ष, अंकित भारती उपाध्यक्ष और अभिषेक छपरवाल संयुक्त सचिव पद पर चुनाव लड़ रहे थे।
– नीचे देखें किसको कितने मिले वोट-
अध्यक्ष
अक्षित दहिया (ABVP)- 29,685
चेतना त्यागी (NSUI)- 10,646
दामिनि केन (AISA)- 5,886
रोशिनी (AIDSO)- 1,460
नोटा- 5,495
उपाध्यक्ष
प्रदीप तंवर (ABVP)- 19,858
अंकित भारती(NSUI)- 11,284
आफताब आलम (AISA)- 8,217
दिपिन (INSO)- 1,899
आलम (इंडीपेंडेंट)- 3,896
नोटा- 7,879
सचिव
योगित राठी (ABVP)- 18,881
आशीष लांबा (NSUI)- 20,934
विकास कुमार (AISA)- 6804
नोटा- 6507
संयुक्त सचिव
शिवांगी खरवाल (ABVP)- 17,234
अभिषेक छपराना (NSUI)- 14,320
चेतना (AISA)- 10,836
हरीश मलिक (इंडीपेंडेंट)- 3,025
नोटा- 7,695
– पैम्फलेट से पूरी सड़क भर गई है, दोनों सड़कों पर भीड़ लग गई है। जिसके चलते जाम लगना शुरू हो गया है।
– तीन पदों पर एबीवीपी की जीत के बाद ढोल नगाड़ों के साथ जश्न शुरू हो गया है। उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के बाद खुशी मनाते प्रीदप तंवर।
– सचिव पद पर एबीवीपी को हार मिली है। एबीवीपी के योगित राठी को इस पद पर आशीष लांबा ने शिकस्त दी है।
– एबीबीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव समेत तीन पदों पर अपना परचम लहराया है। अध्यक्ष पद पर अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पद पर प्रदीप तंवर और संयुक्त सचिव पद पर शिवांगी खरवाल ने बाजी मारी है।
– अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद के पर ABVP ही जीतती नजर आ रही है तीनों पदों पर काफी मतों से ABVP बढ़त बनाए हुए है। सिर्फ सेक्रेटरी पद को लेकर एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच पेंच फंसा हुआ है।
– सेक्रेटरी पद पर एनएसयूआई के आशीष लांबा और एबीवीपी के योगित राठी में कड़ी टक्कर चल रही है। अंतिम चरण की काउंटिंग शुरू हो चुकी है।
– अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार अक्षित दहिया 13 हजार वोट से आगे और उपाध्यक्ष पद पर भी एबीवीपी ही आगे चल रही है उम्मीदवार प्रदीप तंवर 7500 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं।
– कुल 17 राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है। नीचे देखें अब तक की स्थिति-
अध्यक्ष-
Apbv-353
Nsui-40
Aisa-46
नोटा-28
उपाध्यक्ष
Aisa-90
Nsui-64
Abvp-228
नोटा- 53
सेक्रेटरी
Nsui-168
Aisa-43
Abvp-230
नोटा- 30
ज्वाइंट सेक्रेटरी-
Nsui-96
Aisa-107
Abvp-202
नोटा- 54
– ईवीएम बॉक्स की मतगणना होने के बाद इस तरह का ट्रेंड नजर आ रहा है। जिसमें सभी पदों पर एबीवीपी आगे नजर आ रही है।
– अब सिर्फ 56 ईवीएम बचे हैं, जिनपर मतगणना 13 राउंड में पूरी की जाएगी। अभी तक 18 राउंड पूरे किए जा चुके हैं और सभी पर ABVP 100-100 वोटों से आगे चल रही है।
– ABVP और NSUI के बीच सचिव और संयुक्त सचिव पद पर कुछ ईवीएम में टक्कर नजर आ रही है। लेकिन ज्यादातर ईवीएम में इन दोनों पदों पर एबीवीपी आगे ही चल रही है।
– एबीवीपी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी एनएसयूआइ के उम्मीदवारों से काफी आगे है, इनके बीच में काफी ज्यादा वोटों का मार्जिन है।
– डूसू चुनाव में आधी के करीब ईवीएम की काउंटिंग हो चुकी है। अभी के ट्रेंड में ABVP चारों पदों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं NSUI सभी पदों पर दूसरे नंबर पर है।
– NSUI की तरफ से अध्यक्ष पद पर चेतना त्यागी, उपाध्यक्ष पर अंकित भारती, सेक्रेटरी के पद पर आशीष लांबा और ज्वाइंट सेक्रेटरी पर अभिषेक छपराना चुनाव लड़ रहे हैं।
– ABVP की तरफ से अध्यक्ष पद पर अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पर प्रदीप तंवर, सेक्रेटरी के पद पर युगित राठी और ज्वाइंट सेक्रेटरी पर शिवांगी खरवाल मैदान में हैं।
– सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी के कुछ ईवीएम में NSUI और ABVP के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है लेकिन अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो ABVP ही चारों पदों पर बढ़त बनाए हुए है।
– अध्यक्ष के पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार अक्षित दहिया आगे चल रहे हैं।
– संयुक्त सचिव के पद पर ABVP और आइसा के बीच कड़ी टक्कर चल रही है।
– मतगणना के 15 राउंड पूरे कर लिए गए हैं, सभी पर ABVP ही लीड करती नजर आ रही है।
– प्रेजीडेंट, वाइस-प्रेजीडेंट, सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी सभी पदों पर ABVP जीतती हुई नजर आ रही है। वहीं NSUI कहीं भी लीड नहीं कर रही है।
– दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रेजीडेंट, वाइस-प्रेजीडेंट, सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी के पदों पर चुनाव हुए थे। जिन पर कुल 16 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें से 04 महिला उम्मीदवार भी शामिल थे।
– अब तक 45 ईवीएम मशीनों की मतगणना पूरी कर ली गई है। NSUI कहीं आगे नहीं है।
– ABVP के लिए खुशखबरी है 10 राउंड पूरे किए जा चुके हैं और सभी पर ABVP के उम्मीदवार ही आगे चल रहे हैं।
– सुरक्षा को देखते हुए कड़े इंतेजाम कर दिए गए हैं। अर्धसैनिक बल की टुकड़ी मतगणना केंद्र पर पहुंच गई है।
– बैलेट बॉक्स की काउंटिंग हो चुकी है, सभी पदों पर ABVP आगे चल रही है।
– मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग भी की गई है।
– लगभग 200 ईएवीएम मशीनों में वोटिंग की गई है, एक बार में चार की मतगणना हो रही है जिसमें से 24 मशीनों की मतगणना पूरी कर ली गई है।
– 24 बैलेट बॉक्स की मतगणना पूरी की जा चुकी है।
– अब चारों पदों पर एबीवीपी के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
– एबीवीपी के उम्मीदवार 100-100 वोटों से आगे चल रहे हैं।
-एनएसयूआई से संयुक्त सचिव पद पर अभिषेक चपराना आगे चल रहे हैं।
– एबीवीपी के अध्यक्ष पद व उपाध्यक्ष आगे चल रहे हैं
-आज सुबह साढ़े आठ बजे से मतगणना शुरू कर दी गई थी और उम्मीद है कि दोपहर 12 बजे तक नतीजे सामने आ जाएंगे।
-वर्ष 2016 (36 फीसद) के बाद मतदान इस बार 40 फीसद से नीचे गया है।
– मतदान के लिए स्टूडेंट्स यूनियन पोल्स के लिए 144 ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया गया जबकि 137 मशीनें कॉलेज यूनियन पोल्स के लिए लगाई गई थीं।
– पिछले साल मतदान का आकड़ा 44.46 था, जबकि इस बार पांच फीसद कम यानी 39.90 फीसद है।
– मतगणना केंद्र के बाहर पर्दा लगाया गया है, जिससे बाहर के लोग भीतर न देख सकें।
– एबीवीपी और एनएसयूआई ने किया चारों सीटों पर जीत का दावा।
– काउंटिंग बूथ के बाहर प्रमुख संगठन एबीवीपी और एनएसयूआइ के एजेंट मौजूद हैं।
– मतगणना से पूर्व ही खासकर एनएसयूआइ और एबीवीपी का कार्यकर्ता जुटने लगे।
– दोनों संगठनों के उम्मीदवारों के साथ साथ समर्थकों का भी पहुंचना शुरू
– 12 बजे तक परिणाम आने की उम्मीद।
– 10:30 बजे तक आ सकता है पहला रुझान।
– 9 बजे के आसपास मतगणना का कार्य शुरू हुआ।
– 2018 में एबीवीपी के साथ तीन तो एक सीट एनएसयूआई के पास थी।
इससे पहले शुक्रवार को सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास मतगणना शुरू कर दी गई थी। यहां पर बता दें कि बृहस्पतिवार को हुए छात्र संघ चुनाव में इस बार मतदान फीसद काफी कम रहा। पिछले साल की अपेक्षा इस बार करीब पांच फीसद कम मतदान हुआ। इस बार सुबह और शाम के कॉलेजों कों मिलाकर कुल मतदान फीसद 39.90 रहा, जबकि पिछले साल 2018 में यह आंकड़ा 44.46 फीसद था।
एनएसयूआइ ने डीयू प्रशासन और एबीवीपी पर लगाए आरोप
डूसू चुनाव में एनएसयूआइ ने डीयू प्रशासन और एबीवीपी पर आरोप लगाए हैं। एनएसयूआइ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी नीरज मिश्र ने कहा कि डूसू के संयुक्त सचिव पद के उम्मीदवार अभिषेक चपराना को गुरुवार को दयाल सिंह कॉलेज में पुलिस ने गलत तरीके से गिरफ्तार किया। पुलिस ने एनएसयूआइ के आरोपों को गलत बताया है। पुलिस का कहना है कि आचार संहिता के तहत चुनाव के दौरान कोई भी वोट नहीं मांग सकता है, जबकि अभिषेक दयाल सिंह कॉलेज के बाहर वोट मांग रहे थे। इसलिए उन्हें सिर्फ एक जगह पर बैठाया गया था। उन्हें गिरफ्तार करने का आरोप गलत है। नीरज ने कहा कि आर्यभट्ट कॉलेज में ईवीएम मशीन में खराबी आई थी। एनएसयूआइ के सचिव पद के उम्मीदवार आशीष लांबा के बैलेट नंबर को दबाने पर ईवीएम में लाइट नहीं जल रही थी। इससे साफ है कि डीयू प्रशासन एनएसयूआइ को हराने में जुटा है। एबीवीपी को जिताने के लिए ऐसे काम किए जा रहे हैं। एबीवीपी ने कहा कि एनएसयूआइ को एक बार फिर हार का डर सता रहा है, इसलिए ऐसे आरोप लगाए गए हैं। वहीं, डीयू चुनाव समिति ने कहा कि सभी कॉलेजों में पोलिंग बूथों पर ईवीएम ठीक तरह से चल रही थीं। उनमें किसी भी तरह की समस्या नहीं आई है।
दिव्यांग छात्रों ने दिखाया उत्साह
डूसू चुनाव में दिव्यांग छात्रों ने उत्साह दिखाया। मताधिकार के जरिये कॉलेजों की व्यवस्था सुधारने की उम्मीद से नॉर्थ कैंपस में पहुंचे। उनकी सुविधा के लिए पोलिंग बूथ पर रैंप बनाए गए थे। दिव्यांग छात्रों ने लाइब्रेरी व कॉलेजों में पानी के मुद्दे पर वोट दिया। उन्होंने कहा कि डीयू के कॉलेजों में काफी समय से पानी की समस्या है। ऊपरी तलों पर पहुंचने के लिए लिफ्ट भी खराब है।
बृहस्पतिवार को सुबह के कॉलेजों में छात्र मतदान करने के लिए पहुंचे, लेकिन बीते सालों की तुलना में ज्यादा उत्साह नजर नहीं आया। डीयू के सुबह के कॉलेजों में औसत मतदान करीब 40 फीसद तक रहा, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 43.8 फीसद था। किरोड़ीमल कॉलेज में 5545 छात्र पढ़ते हैं, जबकि महज 2186 छात्रों ने वोट दिया। हिंदू कॉलेज में करीब 4400 छात्र हैं, जिनमें से 2589 ने मतदान किया। हंसराज कॉलेज में करीब पांच हजार छात्र हैं, जिनमें से 2500 छात्रों ने वोट दिया। अन्य कॉलेजों में भी कम मतदान हुआ। श्री अर¨बदो कॉलेज में मतदान फीसद 33.14 रहा। श्यामलाल कॉलेज (इवनिंग) में 41 फीसद और श्री वेंकटेश्वर कॉलेज में 32 फीसद मतदान हुआ। डूसू चुनाव समिति के अनुसार इस बार 39.90 फीसद मतदान हुआ।
कॉलेजों में दर्ज की जीत
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का कहना है कि उसने 30 कॉलेजों के छात्रसंघ चुनाव में जीत दर्ज की है। इनमें श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, विवेकानंद कॉलेज, हंसराज, भास्कराचार्य कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, शिवाजी कॉलेज , रामलाल आनंद कॉलेज, सत्यवती कॉलेज (मॉर्निग), लक्ष्मी बाई कॉलेज शामिल हैं। डूसू चुनाव में एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अक्षित दहिया ने कहा कि सभी कॉलेजों में छात्रों से संपर्क किया गया था। एबीवीपी के उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रदीप तंवर ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव में प्रचार के दौरान हम छात्रों के बीच सकारात्मक एजेंडा लेकर गए और उसका प्रभाव दिखा। संयुक्त सचिव पद की उम्मीदवार शिवांगी खरवाल ने कहा कि यह डीयू में छात्रओं की बढ़ती सहभागिता का संदेश है।