आजम की जौहर यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में छापेमारी के दौरान चोरी की किताबें बरामद

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रामपुर: लोकसभा की कार्यवाही के दौरान भाजपा सांसद रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में सोमवार को माफी मांगने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां के सामने अब नया बवाल खड़ा हो गया है। रामपुर में भू-माफिया घोषित आजम खां के मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर छापा मारकर पुलिस ने मदरसा आलिया से चोरी की गई किताबें बरामद की हैं।पुलिस की एक टीम दस गाड़ियों में मौलाना जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची और सेंट्रल लाइब्रेरी की तलाशी शुरू कर दी। यहां से पुलिस ने कुछ किताबें बरामद की। कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो उन्हें हिरासत में ले लिया। आरोप है कि यह सभी किताबें मदरसा आलिया की लाइब्रेरी से चोरी की गई थीं। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा और अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह भी यूनिवर्सिटी पहुंच गए। मदरसा आलिया की इमारत को समाजवादी पार्टी के शासन में मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के नाम लीज पर दे दिया गया था। ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खां हैं और यही ट्रस्ट जौहर यूनिवर्सिटी को चलाती है।
हमसफर रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाने की तैयारी
रामपुर जिला प्रशासन की अब सांसद आजम खां के हमसफर रिसॉर्ट पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी है। इसके लिए उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है, जिसमें कहा है कि उन्होंने सिंचाई विभाग के नाले की एक हजार गज जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। जिला प्रशासन सांसद आजम खां पर शिकंजा कसता जा रहा है। पांच दिन पहले उनकी जौहर यूनिवर्सिटी के गेट को तोडऩे के आदेश किए थे। अब आजम का हमसफर रिसॉर्ट भी प्रशासन के निशाने पर आ गया है। डीएम आन्जनेय कुमार सिंह सिंह ने बताया कि हमसफर रिसॉर्ट में एक हजार गज जमीन पर कब्जा किया गया है।
यह जमीन पसियापुरा शुमाली से बड़कुसिया नाले की है। नाले पर कब्जे से पानी निकासी में दिक्कत हो रही है। सिंचाई विभाग की ओर से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस दिया गया है। अगर इसे नहीं हटाया तो बुलडोजर से तोड़ दिया जाएगा। रिसॉर्ट के पास ही पार्किंग के लिए भी अवैध कब्जा किया गया है। इसका मुकदमा एसडीएम की कोर्ट में चल रहा है।
एसआइटी को भेजी जांच रिपोर्ट
जिलाधिकारी ने बताया कि जौहर यूनिवर्सिटी, जौहर शोध संस्थान समेत कई ङ्क्षबदुओं पर एसआइटी जांच चल रही है। इस मामले में प्रशासन ने जो जांच कराई थी। उसकी रिपोर्ट एसआइटी को भी उपलब्ध कराई गई है। जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर 88 करोड़ रुपये सरकारी लगे हैं। इससे सड़कों, गेस्ट हाउस और टंकी आदि का निर्माण कराया गया है।
बिना अनुमति रजिस्ट्री करने की भी जांच
जिलाधिकारी का कहना है कि अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन डीएम की अनुमति के बिना नहीं खरीदी जा सकती। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए अनुसूचित जाति के 16 लोगों की जमीन बिना अनुमति के खरीदी गई है। उस समय कर्मचारियों व अधिकारियों ने बिना अनुमति के ही रजिस्ट्री करा दी। इसकी भी जांच कराकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।