फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मोनिका रानी मंगलवार दोपहर अचानक बीएसए कार्यालय पंहुच गयी| उनके अचानक छापेमारी करने से हड़कम्प मच गया| उन्हें कार्यलय में बड़ी खामियां मिली तो उन्होंने कई मामलों में जाँच के आदेश दिये|
फतेहगढ़ बीएसए कार्यालय में जिलाधिकारी को बीआरसी कार्यालय के बाहर गंदगी मिली जिस पर उन्होंने कर्मचारियों की फटकार लगायी| इसी परिसर के निकट उन्हें होटल संचालित होता मिला| जिस पर उन्होंने तत्काल होते हटाये जाने के निर्देश दिए और एबीएसए बेगिश गोयल की क्लास लगाते हुए कहा की यदि होटल चलवाना है तो टेंडर निकाले|
उन्होंने कस्तूरबा की पत्राबलियां भी तलब की| साथ ही बिना टेंडर ठेका चला रहे ठेकदार को भी तलब किया| इसके साथ ही एक पटल पर 15 सालों से डटे कर्मियों के जाँच के आदेश दिये| उन्हें किताबे और खेल किट का वितरण पूर्ण नही मिला| जबकि रिपोर्ट विभाग ने शतप्रतिशत वितरण की भेज दी है| जिस पर डीएम का पारा चढ़ गया|
एबीआरसीओं ने एक मिनट में चेक किये 10-10 विधालय
बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मियों की कार्यप्रणाली देख डीएम तब दंग रह गयी जब उन्हें पता चला की कई एबीआरसीओं ने एक से दो मिनट में तकरीबन 10-10 विधालय चेक कर उसकी रिपोर्ट भी भेज दी| इस पर भी डीएम ने जाँच के आदेश दिये| वही जिला समन्वयक राजेश वर्मा से डीएम ने कुछ पत्राबलियां तलब की| लेकिन उन्हें राजेश वर्मा पेश नही कर सके| जिस पर डीएम ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी|
बीएसए रहे गायब
डीएम के निरीक्षण के दौरान बीएसए रामसिंह गायब रहे| जिससे जिलाधिकारी और खफा दिखी| लेकिन बीएसए मौके पर नही पंहुचे| जिलाधिकारी ने बताया की निरीक्षण किया गया है| जो कमियाँ मिली है उनकी जाँच करायी जायेगी|