फर्रुखाबाद: मतगणना स्थल से गठबंधन प्रत्याशी की करारी हार के बाद बाहर निकलने के दौरान सपा जिलाध्यक्ष नदीम फारुकी की पुलिस कर्मियों से तीखी नोकझोंक हो गयी| पुलिस ने कानून व्यवस्था कायम करने की द्रष्टि से उन्हें दूसरे गेट से जाने को कहा जिसके बाहर जनता का हुजूम नहीं था| मगर नेताजी ठसक में थे, भिड गए और तब तक भिड़े जब तक अपनी मनमानी नहीं करवा ली|आखिर में पुलिस ने उन्हें उसे गेट से जाने दिया| वहीँ दूसरी ओर जब पंजाब पुलिस ने भाजपा विधायक अमर सिंह खटिक को रोका तो उन्होंने हाथ जोड़ कर निवेदन किया और पुलिस के समझाने पर मान गए|अमर सिंह खटिक पूर्व सैनिक रह चुके है और नियम कानून का विधिवत पालन करते रहे है| इन दो घटनाओ को देख वहां मजूद जनता आखिर बोल ही पड़ी- “इसी गुंडई और दबंगई के कारण जनता नकार रही है”|
सातनपुर गल्ला मंडी में गठबंधन प्रत्याशी मनोज अग्रवाल के समर्थन में मतगणना पांडाल पंहुचे सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी व जिला महासचिव मंदीप यादव आदि वापस जाने के लिये निकले| जिसके बाद वह गेट नम्बर एक पर पंहुचे| उस समय भाजपा समर्थक नारेबाजी कर रहे थे| जिस पर मौके पर मौजूद स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित ने उन्हें रोंक दिया और गेट नंबर दो से जाने को कहा| जिस पर सपा जिलाध्यक्ष भडक गये| उन्होंने कहा की वह गेट एक से ही बाहर जायेंगे| उनका स्वास्थ्य ठीक नही है|लेकिन एसओजी प्रभारी राजी नही हुए| उन्होंने सपा जिलाध्यक्ष को फिर जाने से मना किया| जिस पर जिलाध्यक्ष ने अपर पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने को कहा| मौके की नजाकत समझ एसओजी प्रभारी ने उन्हें गेट एक से ही जाने दिया|
विधायक ने जोड़े पंजाब पुलिस के हाथ
मतगणना के अंतिम चरण में कायमगंज विधायक अमर सिंह खटिक अपने समर्थकों के साथ मंडी गेट पर आ गये|उन्होंने भीतर जाने का मन बनाया लेकिन पंजाब पुलिस के जबानों ने उन्हें रोंक दिया| जिस पर विधायक ने हाथ जोडकर कहा कि वह भी सेना में रहे है | लेंकिन कुछ देर बातचीत के बाद विधायक फिर भीतर नही गये|