फर्रुखाबाद:गर्मी पुरे सबाब पर हैऔर लोगो की मुख्य जरुरत इस समय पानी है लेकिन इस जरुरत को रोडवेज पूरा नही कर पा रहा है | खाना पूर्ति के तौर पर एक खस्ता हाल हेन्डपाइप और एक आरो प्लांट लगा है| लेकिन दोनों ही खराब है|या यूँ कहिये की जान-बूझकर कर इन्हे खराब किया जाता है जिससे दुकानों पानी की बिक्री हो सके| अधिकारियों की इस तरफ नजर नही है|
दरअसल बीते कुछ महीनें पूर्व खस्ता हाल रोडबेज बस अड्डे की जगह नया भवन बनकर तैयार हो गया| लेकिन करोड़ो रूपये खपाने के बाद भी अभी तक यात्रियों की मूलभूत सुबिधा पानी का अभी तक प्रबंध नही हो सका है| बीते 28 सितम्बर 2011 को बस अड्डे के भीतर एक आरो प्लांट जनता को शीतल जल उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था|लेकिन वह भी सफेद हाथी साबित हुआ|यात्रियों को माया मिली ना राम जैसा हाल हो गया है| एक मात्र हेन्ड पाइप है वह भी टूटा पड़ा है| जिससे अब यात्रियों की मजबूरी है कि वह 20 रूपये की पानी की बोतल गला तर करने के लिए लें|
यही से सफेद पानी का काला कारोबार शुरू हो जाता है| छोटे-छोटे नाबालिक मासूमों से पानी की बिक्री करायी जाती है| यह मासूम कम पैसे में जादा काम भी करते है| सूत्रों की माने तो पानी का रोडबेज बस अड्डे पर कारोबार लाखों में है| इसी लिए बसअड्डे पर पानी की व्यवस्था नही रखी जाती और एक बार खराबी हुई तो फिर उसको दुरस्त करने के लिए कोई अधिकारी पहल नही करता| क्योंकि साहब का गला भी खूब तर कराया जा रहा है|