लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 में समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन करने वाली बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाया है। मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर उत्तर प्रदेश में गठबंधन में फूट डालने का आरोप लगाया है।
मायावती ने कहा कि भाजपा को अब अपनी हार दिखने लगी है। इसी कारण अब फूट डालो राज करो के रास्ते पर आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जगह-जगह पर कहते फिर रहे हैं कि बसपा अकेली पड़ गई है। उसका कोई भी साथ नहीं दे रहा है। बसपा मुखिया ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी फूट डालो और राज करो की नीति पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लगातार गठबंधन को तोडऩे की कोशिश की है क्योंकि वह चुनाव हार रही है। उन्होंने कहा कि 23 मई को देश को निरंकुश व अहंकारी शासन से मुक्ति मिल जाएगी।
मायावती ने कहा कि महागठबंधन को पूरी जनता का समर्थन मिल रहा है और जनता इस बार भाजपा को उखाड़ फेकेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा तो गठबंधन तोडऩे की कोशिश कर रही है। अभी तक के चरणों में जनता ने गठबंधन का समर्थन दिया है जिससे बीजेपी बहुत परेशान है। उन्होंने कह कि यह गठबंधन सिर्फ केंद्र में नया प्रधानमंत्री व नई सरकार बनाने के लिए नहीं है बल्कि यूपी में भी बीजेपी की सरकार को हटाएगा।
मायावती ने कहा हमने जनहित में खासकर भाजपा-आरएसएस वादी ताकतों को कमजोर करने के लिए अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ दी। उन्होंने कहा कि ताकि कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेता दोनों सीटों से चुनाव लड़े और दोनों सीटें उलझकर ना रह जाए। इसका खास ध्यान में रखकर ही हमारे गठबंधन ने दोनों सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी थी। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे गठबंधन का एक-एक वोट हर हालत में दोनों कांग्रेस नेताओं को मिलने वाला है। बसपा सुप्रीमो ने कहा हमने कहीं कांग्रेस से समझौता नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल भाजपा की विजय संकल्प रैली प्रतापगढ़ में कहा था समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के बहाने बहन मायावती का तो फायदा उठा लिया, लेकिन अब बहन जी को समझ आ गया है कि सपा और कांग्रेस ने बहुत बड़ा खेल खेला है। अब बहन जी खुले आम कांग्रेस और नामदार की आलोचना करती है।
मायावती ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल प्रतापगढ़ की अपनी चुनावी जनसभा में फूट डालो व राज करो की नीति के तहत् जो हमारे सपा व बसपा गठबन्धन के लोगों में भ्रम पैदा करने की घिनौनी हरकत की है इस सम्बन्ध में इनको हमारा यही कहना है कि जब से उत्तर प्रदेश में लोकसभा आमचुनाव के लिए यहाँ बीएसपी, सपा व आरएलडी का गठबंधन बना तभी से भाजपा व खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभूतपूर्व संकट में हैं। उन्हें इस गठबन्धन से पेट में जो दर्द हो रहा है उसका कोई इलाज उन्हें नहीं मिल पा रहा है और ना ही आगे कोई इसका समाधान उन्हें मिलने वाला है जबकि यह गठबंधन वर्तमान के साथ भविष्य का भी गठबंधन है। गठबंधन उत्तर प्रदेश से भी भाजपा की संकीर्ण, जातिवादी, साम्प्रदायिक व अहंकारी सरकार को जरूर उखाड़ फेंकेगा।
मायावती ने कहा कि पीएम मोदी यह भूल गये कि हमारा गठबंधन व्यापक जनहित व देशहित के लिए भाजपा की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए ही बना है। गठबंधन की हमारी तीनों पार्टियां ही यहां हर प्रकार की अपनी कुर्बानी देती रही हैं और आगे भी देती रहेंगी। उन्होंने कहा कि सर्वसमाज की दु:खी जनता पूरी तरह से इस गठबंधन पर आशीर्वाद बनाये हुए है। जनता इस संकल्प के साथ काम कर रही है कि इस महीने 23 मई को भाजपा गई और देश को निरंकुश व अहंकारी सरकार से मुक्ति मिली। मायावती ने कहा कि केंद्र में अगली सरकार अगली सरकार तथा प्रधानमंत्री की परवाह नरेंद्र मोदी एण्ड कम्पनी के लोग ना करें, तो यह बेहतर ही होगा। अब अगली सरकार जरूर बनेगी और साथ ही जनहित व देशहित को मजबूत बनाने वाली सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की ही सरकार बनेगी।
मायावती ने कहा कि इन सबके साथ साथ ही हमारी पार्टी आज भी अपनी पार्टी की सोच व मूवमेन्ट के मामले में विशेषकर कांग्रेस व भाजपा को एक ही थाली के चट्टे-बट्टे मानकर चलती है, लेकिन इसके बावजूद हमने जनहित में भाजपा व आरएसएसवादी ताकतों को कमजोर करने के लिए अमेठी के साथ रायबरेली में गठबंधन का प्रत्याशी नहीं खड़ा किया। जिससे कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेता जीत सकें। मायावती ने कहा कि वैसे पूरी उम्मीद है हमारे गठबंधन का एक-एक वोट और खासकर बसपा का एक-एक बेस वोट जिनकी संख्या अकेले ही 22-23 प्रतिशत है कांग्रेस पार्टी के ही दोनों सर्वोच्च नेताओं को ही मिलने वाला है। इसमें किसी को भी कोई सन्देह नहीं होना चाहिये। वैसे भी हमारा वोट ज्यादातर साइलेंट ही रहता है। ज्यादा दिखावे आदि के चक्कर में नहीं पड़ता है और वह अपनी नेता का इशारा समझकर फिर अपना एक-एक वोट उसी ही पार्टी के उम्मीद्वार को दे देता है जिसको उनकी नेता दिलवाना चाहती हैं और यह सब किसी से छिपा नहीं है। हमारी पार्टी का खासकर बेस वोट अमेठी व रायबरेली लोकसभा की सीट पर केवल यहाँ कांग्रेस पार्टी के ही दोनों उम्मीद्वारों को ही जाने वाला है। इसमें कोई दो राय नहीं है।