फर्रुखाबाद:(नबावगंज)प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के भाषण में अपने परिवार का दर्द साफ़ नजर आया |उन्होंने मंच से ही अखिलेश और डिम्पल को खरी-खरी सुना दी| इसके साथ ही उन्होने कहा की मोदी के शासनकाल में अफसरशाही हाबी है और नेताशाही फेल हो गयी है|
कस्बे के एक मैदान में आयोजित चुनावी सभा में शिवपाल सिंह यादव के साथ ही गरीब नबाज फाउंडेशन के चेयरमैच मौलाना अंसार रजा भी पंहुचे|अंसार रजा ने कहा कि मुलायम सिंह यादव (नेता जी) के बराबर में बैठने की हैसियत मायावती की नही थी| लेकिन अखिलेश यादव ने कुर्सी के लालच में मायावती को उनके बराबर में बैठा दिया| यह वही मायावती है जिन्होंने दर्जनों फर्जी मुकदमे लगाये| लेकिन आज अखिलेश की पत्नी डिम्पल ने मंच पर मायावती के पैर छु लिए| लेकिन मायावती के भतीजे ने मुलायम सिंह यादव के पैर नही छुए|
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मोदी ने नोटबंदी की जिससे देश के दस पूंजी पतियों को लाभ हुआ| मोदी विदेश जाते रहे तो उन्हें यह भी पता होगा की जिस देश में नोटबंदी की गयी उसकी अर्थ व्यवस्था खराब हो गयी| उन्होंने कहा की आज मोदी और योगी के राज्य में जनता के मुकदमे दर्ज नही हो रहे| पुलिस बिना पैसा लिए काम नही कर रही| भ्रष्ट अफसरों की शिकायत के बाद भी कार्यवाही नही की जा रही| जनता परेशान है|
उन्होंने कहा की कभी सोचा भी नही था की सपा से उन्हें बाहर जाना पड़ेगा|लेकिन मजबूरी में पार्टी बनानी पड़ी| यूपी में 60 सीटों पर प्रसपा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में है| तकरीबन 20 सीटे उनकी पार्टी जीतेगी| उन्होंने अखिलेश पर आरोप लगाया कि उन्होंने केबल पार्टी में काम करने के लिए एक पद माँगा था हम इस पर भी राजी थे कि किसी दूसरे प्रदेश की कमान भी उन्हें दे दी जाये| मगर यह नही किया गया| मजबूरी में उन्होंने पार्टी बनायी| इन्हीं गलत काम करने वाले लोगों का विरोध किया तो मुझे दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने जनता से पूछा कि क्या भाजपा ने भ्रष्टाचार खत्म किया, 15 लाख खाते में डाले, अच्छे दिन आए। आज खाद बोरी में 50 किलो की जगह 45 किलो दी जा रही है। आज भी हमारे नौजवान सैनिक शहीद हो रहे हैं। अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि जिसने अपने पिता और मुझे धोखा दिया। जो बाप और चाचा का नहीं हुआ वह आपका क्या होगा। उन्होंने प्रसपा प्रत्याशी उदय पाल यादव को जीतने की अपील की |मंच पर जिलाध्यक्ष अनस सिद्दीकी,मिन्ना खां,प्रदीप यादव,विश्वास गुप्ता,किशन पाल यादव आदि रहे|
चार बार लैंडिग बाद उतर सका शिवपाल का हेलीकाप्टर
शिवपाल के लिए मंच के निकट ही हैलीपैड बनाया गया था|लेकिन जब शिवपाल का हेलीकॉप्टर ने उतरने का प्रयास किया तो धूल अधिक उड़ने के कारण वह हैलीपैड पर उतर नही सका| जिसके चलते उसे लगभग चार बार लैंडिंग का प्रयास करना पड़ा| जिसके बाद हेलीकॉप्टर नीचे उतर सका|
हेलीकाप्टर देखकर भीड़ लौटी
शिवपाल के आने से पूर्व हेलीपेड के निकट हेलीकॉप्टर देखने के लिए भीड़ जमा थी| जैसे ही हेलीकॉप्टर नीचे उतरा तो अधिक मात्रा में भीड़ सभा स्थल से चली गयी| जो चर्चा का विषय रहा|