फर्रुखाबाद,2 मार्चः सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद कचहरी का गेट और डीएम दफ्तर के सामने तक, हर स्थान पर पान मसाला व गुटखा पुरानी पैकिंग में खुलेआम बिक रहा है। पान की दुकानों पर गुटखे व पान मसाले के पाउच सजे दिखाई दिए। कुछ बड़ी दुकानों से शुरू में पाउच हटा दिए थे, लेकिन बाद में इनकी बिक्री शुरू हो गई। उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद भी प्रशासन बाजार में इनकी बिक्री को रोकने में नाकाम ही नजर आया। बिक्री पर रोक लगाने के लिए जिम्मेदार महकमे आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय ने पहली मार्च से प्लास्टिक पैक में गुटखा व पान मसाला को प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए थे। उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद गुटखा, पान मसाला और तम्बाकू बनाने वाली फर्मो ने भले ही उत्पादन बंद कर दिया, लेकिन प्रशासन बाजार में इनकी बिक्री को रोकने में नाकाम ही नजर आया। प्लास्टिक पाउच में गुटखा-पान मसाला की बिक्री पर प्रतिबंध के चलते बाजार में खुलेआम कालाबाजारी हुई। बिक्री तो बंद नहीं हुई हां इन पर ब्लैक धड़ल्ले से शुरू हो गयी है। एक रुपये का गुटखा डेढ़ रुपये में तो तीन वाला साढ़े तीन रुपये में। दुकानदारों ने लोगों से हर पाउच पर पचास पैसे अधिक वसूले। दुकानदारों का कहना है कि सप्लाई करने वाले ही अब ज्यादा दाम ले रहे हैं। सिगरेट के दाम तो कई दिन से ज्यादा वसूले जा रहे हैं। अब गुटखा व पान मसाला पर भी ज्यादा वसूली हो रही है। विभिन्न कंपनियां अब भी प्लास्टिक पाउच में कई उत्पाद बेच रही हैं।