नई दिल्ली:लोकसभा चुनाव से पहले देश में जारी सियासी हो-हल्ले के बीच मुलायम सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है। पूर्व सपा सुप्रीमो और मैनपुरी से सांसद मुलायम ने लोकसभा में कहा है कि नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनना चाहिए। बजट सत्र के आखिरी दिन उन्होंने यह बात कही। मुलायम ने जब यह बात कही, तब पीएम मोदी भी संसद में मौजूद थे। बकौल मुलायम, मेरी कामना है कि यहां जितने भी सदस्य हैं, वे फिर से चुनकर आएं। हम इतना बहुमत हासिल नहीं कर सकते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री जी आप फिर प्रधानमंत्री बनकर आएं।
मुलायम सिंह के इस बयान के बाद ही सदन ठहाके और तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। जब मुलायम सिंह यादव यह बयान दे रहे थे तब यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी सदन में उनके साथ बैठीं थीं। मुलायम के इतना कहते ही पूरी लोकसभा जय श्री राम के नारों से गुंजायमान हो गया। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया और इसमें काफी हद तक सफल भी हुए।
राहुल गांधी मुलायम के बयान से असहमत
वहीं लोकसभा में मुलायम सिंह यादव की पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी पर राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, मुलायम सिंह यादव के इस बयान, ‘काश (पीएम मोदी) फिर से पीएम बन जाते’ पर मैं उनसे असहमत हूं। लेकिन राजनीति में मुलायम सिंह यादव जी की भूमिका है और मैं उनकी राय का सम्मान करता हूं।
सपा ने किया मुलायम के बयान का विरोध
मुलायम सिंह के इस बयान ‘पीएम मोदी दोबारा पीएम बनें’ पर सपा नेता रविदास मेहरोत्रा ने विरोध करते हुए कहा है कि मुझे यह जानकारी नहीं है कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने किस संदर्भ में यह बयान दिया है, लेकिन हम केंद्र सरकार की सत्ता में परिवर्तन चाहते हैं। इस बार पीएम मोदी खुद अपने ही लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हारेंगे।
वहीं आपको यह भी बता दें कि जिस पीएम मोदी की मुलायम सिंह यादव इतनी प्रशंसा कर रहे हैं उन्हीं मुलायम के बेटे और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को साल 2019 के लोकसभा चुनावों में रोकने के लिए अपने राजनीतिक दुश्मन बसपा से गठबंधन तक कर लिया है। मीडिया में आए दिन ही अखिलेश पीएम मोदी पर हमलावर रहते हैं। 2019 के चुनावी रण से पहले मुलायम सिंह यादव का यह बयान बहुत अहम है क्योंकि उनके बेटे और सपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अखिलेश ने मायावती के साथ मिलकर विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।