फर्रूखाबाद:जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निराश्रित गौवंश एवं चारागाह के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया| जिसमे डीएम ने अन्न पशुओं को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए| इसके साथ ही हिंसक साड़ों को बेहोश कर पकड़ने के कड़े निर्देश जारी किये गये है| उन्होंने कहा की किसी तरह की कोई लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्यवही होगी|
फतेहगढ़ में आयोजित बैठक में बढ़पुर,मोहम्मदाबाद,नवाबगंज एवं कमालगंज ब्लाक की समीक्षा बैठक आयोजित हुई बैठक में कहा गया कि खिमसेपुर,मोहम्मदाबाद कस्बा,आवादपुर,सोता बहादुरपुर,सिलसंडा,अटसेनी पहाड़पुर,बिचपुरी,हैदरपुर,गनीपुर जोगपुर आदि ग्रामों में हिंसक सांड है| जो कि ग्रामीणों को जान-माल का खतरा पहुॅचा चुके है। जिलाधिकारी ने सीबीओ को तत्काल उक्त ग्रामों मे टीम लगाकर सांड पकड़वाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अन्य किसी ग्राम में भी यदि हिंसक सांड पाया जाये तो उसकी सूचना तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराएँ।
विकास खंड बढ़पुर के ग्राम प्रधानों द्वारा बताया गया कि फर्रूखाबाद शहर के नजदीक वाले ग्रामों में रात्रि को चिरपुरा,बजरिया, ढबरपुर,ग्वालटोली,हैवतपुर गढ़िया आदि से गाय पालक अपनी गायों को एक साथ छोड़ देते है जो कि किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुॅचाती है। जिलाधिकारी एसडीएम सदर अमित आसेरी को को निर्देशित करते हुए कहा शहरी आवासीय क्षेत्रों से पशु छोड़ने वाले पशुपालकों पर तत्काल जुर्माना की कार्यवाही की जाये। उसके बाद भी सुधार न आने पर तत्काल उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उनको जेल भेजने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
सभी क्षेत्रों में शाम के समय भ्रमण करने हेतु कानूनगो एवं लेखपाल की टीम बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आज किसानों की सबसे बडी समस्या निराश्रित गौवंश है जो कि उनकी फसलों को तो नष्ट कर ही देते है एवं किसानों को जान-माल की हानि भी पहुॅचाते है इसलिए सभी ग्राम प्रधान,सचिव,लेखपाल व क्षेत्रीय कानूनगो सभी निराश्रित गौवंशोंको चिन्हित कर उन्हे पकड़वाकर अस्थाई वाड़े में पशु को पहुॅचायें। ताकि किसानों को होने वाली समस्या से निजात मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि अस्थाई वाड़े में पशुओं की सामान्य मृत्यु भी हो सकती है। मृत्यु होने की दशा में उनका विधिवत ससमय निस्तारण कराना सुनिश्चित किया जाए। इसके बाद भी पशुओं को दूध निकाल कर छोड़ने बालों की सूची बनाने के निर्देश लेखपाल व कानून-गों को दिए गये है|
एसडीएम ने कसे प्रधानों के पेंच
राजेपुर: अमृतपुर तहसील में प्रधानों पर उपजिलाधिकारी ईशान प्रताप सख्त दिखे| उन्होंने कहा की गांव में कोई पशुओं को छोड़ता है तो जेल होगी| उपजिलाधिकारी ने प्रधानों को निर्देश दिए कि पशुओं को चिन्हित कर ट्रैक्टर ट्राली में भरकर पशुओं को भेजें| उन्होंने बताया कि अगर कोई पशुओं को छोड़ेगा तो 188 में तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी| तहसील अमृतपुर में 144 धारा में लगी हुई है|
प्रधान उमेश राजेपुर, छोटे शुक्ला प्रधान, कुंवर पाल एडीओ पंचायत, अजित पाठक, अशोक प्रधान आदि लोग बैठक में मौजूद है