लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी भले ही लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर बड़ी तैयारी में जुटी है, लेकिन सहयोगी दल उसको आंख दिखाने लगे हैं। आज गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी विरोध किया है।
लोकसभा चुनाव से पहले सहयोगी दलों ने भारतीय जनता पार्टी को अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में अपना दल शामिल नहीं है। अपना दल कोटे से मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल दिल्ली कल एयरपोर्ट से वापस लौट आई हैं। अपना दल के अलावा कार्यक्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी हिस्सा नहीं ले रही है। यह दोनों पार्टियां भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली एनडीए का हिस्सा है। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।
मीडिया को जारी कल प्रेसनोट के अनुसार, राजभर इस बात से नाराज हैं कि डाक टिकट पर महाराजा सुहेलदेव राजभर का पूरा नाम नहीं अंकित है। उन्होंने आरोप लगाया है कि महाराजा सोहलदेव के साथ ‘राजभरÓ न जोडऩा इतिहास को मिटाने जैसे है। निमंत्रण मिलने के बाद भी ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा वो और उनका संगठन गाजीपुर और वाराणसी में होने वाले पीएम के कार्यक्रम से दूर हैं।
उत्तर प्रदेश में ओमप्रकाश राजभर के साथ अन्य सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने मिर्जापुर में आरोप लगाया था कि राजग के बड़े घटक भाजपा की ओर से छोटे दल अनदेखी महसूस कर रहे हैं। अपना दल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी कार्यक्रमों से खुद को दूर करने का ऐलान किया है। अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल भाजपा सरकार पर पहले भी सम्मान न देने का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि गठबंधन में सम्मान चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य पटेल ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमें सम्मान मिले और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बने। हाल में भाजपा को तीन प्रदेशों में मिली पराजय से सीख लेनी चाहिए।
अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने बताया कि हमें गाजीपुर में मेडिकल कालेज के शिलान्यास कार्यक्रम में बुलाया गया है लेकिन, अनुप्रिया पटेल इसमें शामिल नहीं हो रही हैैं। अपना दल (एस) एनडीए का महत्वपूर्ण घटक है और केंद्र व प्रदेश की सरकारों में साझीदार है। दल की नाराजगी गत 25 दिसंबर को तब उभरकर सामने आई जब सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में अनुप्रिया को आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को बुला लिया गया। इसके बाद ही अपना दल ने भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में न शामिल होने की घोषणा कर दी थी। बाद में भाजपा नेताओं ने अपनी चूक स्वीकार कर ली थी लेकिन, पार्टी की नाराजगी कम नहीं हुई है।
कार्यक्रम के ठीक एक दिन पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी मोदी के कार्यक्रम में न शामिल होने की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री इसमें महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम का डाक टिकट जारी करने वाले हैैं। सुभासपा के महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर इसमें नहीं शामिल हो रहे हैैं। औपचारिक निमंत्रण न मिलने की वजह से उन्होंने यह फैसला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राजभरों के नाम से राजनीति कर रही है। लेकिन, महाराजा सुहेलदेव के नाम के आगे राजभर लगाने से उसे परहेज है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने से समाज का विकास होगा, न कि डाक टिकट जारी करने से।